मजदूर का फंदे पर लटका मिला शव, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, पुलिस जांच में जुटी

आगरा के ट्रांस यमुना क्षेत्र के राकेश नगर में रविवार रात उस समय सनसनी फैल गई, जब एक 26 वर्षीय युवक चंद्रेश का शव उसके ही घर में फंदे पर लटका हुआ मिला। घटना रात करीब 10 बजे की है। मृतक पेशे से मजदूर था और पिछले कुछ दिनों से घर में अकेला रह रहा था। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
परिजनों ने इस घटना को आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या कर शव लटकाए जाने का मामला बताया है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चंद्रेश के बड़े भाई बहोरन पर कुछ दिन पहले जानलेवा हमला हुआ था। लेकिन हमले के 29 दिन बीतने के बावजूद पुलिस ने अब तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। उल्टा पुलिस ने उनके घर में दबिश दी और परिवार को धमकाया, जिससे पूरा परिवार दहशत में दूसरी जगह रहने चला गया, केवल चंद्रेश घर पर अकेला रह गया था।
परिवार का आरोप: "पुलिस की निष्क्रियता से चंद्रेश की गई जान"
परिवार ने आरोप लगाया है कि बहोरन पर हमला करने वालों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, इसी कारण पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। परिजनों का कहना है कि पुलिस की दबिश और आरोपियों की धमकियों के कारण पूरा परिवार घर छोड़कर दूसरी जगह चला गया, लेकिन चंद्रेश मजबूरी में घर पर ही रुका था। अब उसका शव फंदे से लटका मिला है, जिससे हत्या की आशंका और गहरी हो गई है।
पुलिस का बयान
मामले में पुलिस ने कहा है कि जांच जारी है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की पड़ताल की जा रही है। प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है, लेकिन परिजनों के आरोपों की गंभीरता से जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य एकत्र किए हैं।
थाना प्रभारी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, भाई बहोरन पर हुए हमले के मामले में भी अब त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
क्षेत्र में तनाव, लोगों में आक्रोश
घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है। पड़ोसियों और स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं और न्याय की मांग की है। कुछ सामाजिक संगठनों ने भी इस मामले की जांच सीबीआई या स्वतंत्र एजेंसी से कराए जाने की मांग की है।