सावन की शुरुआत पर काशी विश्वनाथ धाम में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, 'हर-हर महादेव' से गूंजा पूरा परिसर
सावन मास के पहले शुक्रवार को बाबा विश्वनाथ के दरबार में आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला। सुबह मंगला आरती के साथ ही श्री काशी विश्वनाथ धाम के कपाट खुलते ही भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। 'हर-हर महादेव' के जयकारों से पूरा धाम गूंज उठा और वातावरण पूरी तरह शिवमय हो गया।
सावन का पहला दिन होने के कारण मंदिर परिसर में विशेष सजावट की गई थी। जैसे ही मंगला आरती संपन्न हुई, बाबा का दरबार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े भक्तों के चेहरे पर अद्भुत श्रद्धा और उत्साह देखने को मिला। कुछ ने कांवर लेकर बाबा को जल अर्पित किया तो कुछ ने बेलपत्र और दूध से अभिषेक कर पुण्य अर्जित किया।
इस अवसर पर मंडलायुक्त, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ और अन्य अधिकारियों ने मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं का स्वागत पुष्पवर्षा कर किया। अचानक हुए इस स्वागत से श्रद्धालु भावविभोर हो उठे और कई लोगों की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए। श्रद्धालु खुशी से झूम उठे और पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।
मंदिर प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर विशेष इंतजाम किए गए थे। जगह-जगह जलपान केंद्र, चिकित्सा सहायता केंद्र, सुरक्षा कर्मी और स्वच्छता की व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी। भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और सुरक्षा बल भी तैनात किए गए थे।
काशी विश्वनाथ धाम में सावन का महीना हमेशा ही विशेष रहता है, लेकिन इस बार के पहले दिन की भव्यता ने सभी को अभिभूत कर दिया। सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी जो दोपहर तक लगातार बढ़ती रही। दूर-दराज़ से आए भक्तों ने कहा कि बाबा के दर्शन कर उन्हें जीवन का परम सुख मिल गया।
इस अवसर पर मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय कलाकारों ने शिव भक्ति से भरे भजन प्रस्तुत किए। श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर शिव की भक्ति में लीन हो गए।
सावन के इस पहले दिन की शुरुआत काशी में जिस श्रद्धा, उल्लास और भक्ति के साथ हुई, उसने साबित कर दिया कि बाबा विश्वनाथ की नगरी में आस्था कभी कम नहीं होती। अब आने वाले पूरे सावन भर श्रद्धालुओं की इसी तरह भीड़ उमड़ने की संभावना है, और प्रशासन भी इसके लिए पूरी तरह तैयार है।

