कानपुर में मां की हत्या करने वाले नाबालिग बेटे का दिल दहला देने वाला बयान, पुलिस के सामने फूट-फूट कर रोया

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक नाबालिग बेटे ने अपनी मां की हत्या कर दी। इस घटना के बाद जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया, तो वह फूट-फूट कर रोते हुए अपने किए पर पछतावा करता हुआ नजर आया। उसने पुलिस के सामने अपनी पूरी बात बताई और कहा कि उसकी मां ने स्पीकर तोड़ा था, जिससे गुस्से में आकर उसने दुपट्टे से मां का गला घोंट दिया।
मूल रूप से कानपुर के एक इलाके में यह घटना घटी। पुलिस के अनुसार, नाबालिग अपने घर में अपने मां के साथ बैठा था, तभी दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई। बताया जाता है कि मां ने अचानक स्पीकर तोड़ दिया, जिससे बेटे को गुस्सा आ गया। गुस्से में आकर उसने मां को शारीरिक चोट पहुंचानी शुरू कर दी, और फिर उसने दुपट्टे से उनका गला घोंट दिया। जब मां ने अपनी जान बचाने की कोशिश की, तो नाबालिग बेटे ने यह हिंसक कृत्य जारी रखा, जिससे उसकी मां की मृत्यु हो गई।
हत्याकांड के बाद, बेटे ने खुद को पुलिस के हवाले किया और घटनाक्रम के बारे में पूरी जानकारी दी। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया और पूछताछ शुरू कर दी। नाबालिग बेटे ने पुलिस के सामने कहा, “मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है... मैंने गुस्से में आकर मां की हत्या कर दी। मेरा ऐसा कोई भी इरादा नहीं था। मुझे इसका बिल्कुल भी ख्याल नहीं था कि मैं इतना बड़ा कदम उठा लूंगा।"
यह बयान सुनकर हर कोई हैरान रह गया। बेटे का बयान यह बताता है कि उसे अपनी गलती का अहसास है, लेकिन फिर भी उसने इतनी जघन्य हरकत को अंजाम दे दिया। यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ा झटका है, क्योंकि इसमें एक नाबालिग द्वारा अपनी मां की हत्या कर दी गई।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह भी देखा जा रहा है कि आरोपी लड़के के मानसिक और भावनात्मक स्थिति को लेकर कोई विशेष जानकारी प्राप्त की जाए। साथ ही, परिवार के अन्य सदस्यों के बयान भी लिए जा रहे हैं ताकि घटना के संदर्भ में पूरी जानकारी प्राप्त की जा सके।
इस दिल दहला देने वाली घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा किया है कि समाज में बढ़ती मानसिक दबाव और घरेलू विवादों के कारण ऐसे गंभीर घटनाओं को रोका जा सकता है या नहीं। यह घटना इस बात का संकेत भी है कि हमें परिवार के भीतर आपसी संवाद और समझ की आवश्यकता है, ताकि किसी भी तरह की हिंसा को रोका जा सके।