कानपुर मेट्रो की बड़ी छलांग: तीसरे चरण में गंगा बैराज, एयरपोर्ट और उन्नाव तक विस्तार की तैयारी
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक नगर कानपुर में मेट्रो सेवा लगातार लोगों के बीच लोकप्रिय होती जा रही है। हाल ही में मेट्रो का दूसरा चरण शुरू हुआ, जिसके तहत मेट्रो अब कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन तक पहुंचने लगी है। इसके बाद से मेट्रो में यात्रा करने वालों की संख्या में जबरदस्त इज़ाफा देखा जा रहा है। प्रत्येक दिन औसतन 33 हजार यात्री मेट्रो से सफर कर रहे हैं, जो यह दर्शाता है कि यह परियोजना अब शहरवासियों के जीवन का हिस्सा बनती जा रही है।
अब शहर की सीमाएं लांघेगी मेट्रो
कनपुरियों के लिए अब एक और खुशखबरी सामने आई है। कानपुर मेट्रो का तीसरा चरण अब 'विजन 2051' में शामिल कर लिया गया है। यानी आने वाले वर्षों में मेट्रो केवल शहर के अंदर ही नहीं, बल्कि शहर की सीमाओं के बाहर तक भी जाएगी। इस विस्तार को लेकर तैयार की गई योजना में पांच नए रूट शामिल किए गए हैं।
इनमें गंगा बैराज, चकेरी एयरपोर्ट, रामादेवी, जूही और उन्नाव जैसे इलाके शामिल हैं, जिनके ज़रिए मेट्रो का नेटवर्क और भी व्यापक होने जा रहा है। अगर प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लग जाती है, तो मेट्रो कानपुर और उन्नाव को आपस में जोड़ने वाली पहली तीव्रगामी परिवहन सेवा बन जाएगी।
विकास के लिए गेमचेंजर बनेगी मेट्रो
विशेषज्ञों की मानें तो तीसरे कॉरिडोर का यह विस्तार न केवल आवागमन को आसान बनाएगा, बल्कि शहरी विकास, रोजगार के अवसर और पर्यावरण संतुलन में भी अहम भूमिका निभाएगा। गंगा बैराज, एयरपोर्ट और उन्नाव जैसे इलाकों से सीधा मेट्रो संपर्क यात्रियों को समय और खर्च दोनों में बचत दिलाएगा। इसके अलावा, इन क्षेत्रों में रियल एस्टेट और व्यापारिक गतिविधियों को भी गति मिलने की उम्मीद है।
विजन 2051 और यूपीएमआरसी की योजना
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) ने विजन 2051 के तहत पूरे राज्य में मेट्रो नेटवर्क को मजबूत करने की योजना तैयार की है। कानपुर मेट्रो के तीसरे फेज का शामिल होना इस बात का संकेत है कि राज्य सरकार मेट्रो नेटवर्क को दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
अभी कहां तक है सेवा?
फिलहाल कानपुर मेट्रो आईआईटी से लेकर मोतीझील होते हुए कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक संचालित हो रही है। इसके विस्तार के बाद मेट्रो उन लाखों यात्रियों के लिए राहत का माध्यम बन जाएगी जो प्रतिदिन एयरपोर्ट, बैराज या उन्नाव की ओर से शहर में प्रवेश करते हैं या निकलते हैं।

