झारखंड: बोकारो में मुठभेड़ में 5 लाख रुपये का इनामी नक्सली कमांडर और सीआरपीएफ जवान ढेर
झारखंड के बोकारो जिले में मंगलवार सुबह सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान एक सब-जोनल नक्सल कमांडर को मार गिराया। जानकारी के अनुसार, बोकारो के लालपनिया कस्बे के बिलियोटेरा वन क्षेत्र में विशेष सूचना के आधार पर चलाए गए संयुक्त अभियान में कुंवर मांझी उर्फ सहदेव मांझी उर्फ सादे को मार गिराया गया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने बताया कि मांझी की गिरफ्तारी पर 5 लाख रुपये का इनाम था। गौरतलब है कि मुठभेड़ के दौरान एक सीआरपीएफ जवान भी शहीद हो गया। सीआरपीएफ के एक अधिकारी के अनुसार, मृतक सीआरपीएफ जवान की पहचान असम के कोकराझार निवासी परनेश्वर कोच के रूप में हुई है।
सुबह-सुबह संयुक्त अभियान
बताया जा रहा है कि गोलीबारी सुबह करीब 6.30 बजे शुरू हुई और यह झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ की 209 कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन) इकाई द्वारा चलाए गए एक संयुक्त अभियान का हिस्सा था। यह सीआरपीएफ की एक विशेष इकाई है जिसे गुरिल्ला युद्ध और जंगल अभियानों में प्रशिक्षित किया गया है। सीआरपीएफ के एक बयान के अनुसार, सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक एके-47 राइफल बरामद की है, जो मारे गए नक्सलियों के उच्च पदस्थ होने का संकेत है। मांझी प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) का एक उप-क्षेत्रीय कमांडर था, जो झारखंड और अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाकर्मियों और बुनियादी ढाँचे पर कई हमलों के लिए ज़िम्मेदार रहा है।

