नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान में जय सफेद टाइगर की दहाड़ बनी दर्शकों का आकर्षण
नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान चिड़ियाघर परिसर में संरक्षित जीव-जंतुओं को देखना पर्यटकों के लिए एक रोमांचक अनुभव होता है। यहां की सबसे बड़ी खासियत है नौ साल पहले जन्मा सफेद टाइगर ‘जय’, जिसकी दहाड़ दर्शकों के लिए एक अलग ही आकर्षण का केंद्र बन गई है।
सफेद टाइगर जय की दहाड़ ने बढ़ाई चिड़ियाघर की शोभा
जय, जो चिड़ियाघर में ही जन्मा है, अपनी विशिष्ट सफेद चमक और शक्ति के लिए जाना जाता है। आमतौर पर शांत स्वभाव वाला यह टाइगर जब अपनी दहाड़ लगाता है तो वह पूरे परिसर में गूंजती है और दर्शकों को रोमांचित कर देती है। जय की दहाड़ सुनने के लिए पर्यटक बेसब्री से इंतजार करते हैं, क्योंकि यह आवाज चिड़ियाघर में आने वालों के लिए एक यादगार अनुभव होती है।
चिड़ियाघर में संरक्षित जीव-जंतु और पर्यटकों की भीड़
नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान में सफेद टाइगर के अलावा भी कई दुर्लभ प्रजाति के जानवर संरक्षित हैं, जो पर्यटकों को प्राकृतिक वातावरण में जीवों की विविधता से परिचित कराते हैं। खासतौर पर जय की लोकप्रियता ने चिड़ियाघर की शोभा और भी बढ़ा दी है।
जय की सुरक्षा और देखभाल पर विशेष ध्यान
चिड़ियाघर प्रशासन ने जय और अन्य जानवरों की सुरक्षा और स्वस्थ रहने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। उनकी भोजन व्यवस्था, स्वच्छता और चिकित्सकीय देखभाल पर खास ध्यान दिया जाता है ताकि ये संरक्षित जीव लंबे समय तक स्वस्थ और खुशहाल रहें।
पर्यटकों के लिए जय की दहाड़ एक अनोखा अनुभव
जय की दहाड़ सुनना चिड़ियाघर आने वाले बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए एक रोमांचक पल होता है। यह न केवल उनके लिए मनोरंजन का स्रोत है, बल्कि प्रकृति और जीव-जंतुओं के प्रति जागरूकता भी बढ़ाता है।
नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान चिड़ियाघर के जय सफेद टाइगर की दहाड़ और उसकी मौजूदगी से यह स्थल पर्यटकों के बीच लोकप्रियता के नए मुकाम पर पहुंच गया है। यदि आप भी वन्यजीवों के प्रति प्रेम रखते हैं तो यह स्थान आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित होगा।

