जहानागंज के वल्लभ भाई पटेल नगर में युवक ने उठाया खौफनाक कदम, इलाके में फैली सनसनी

आजमगढ़ जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल नगर में मंगलवार दोपहर एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। शांत माहौल में अचानक घटी इस वारदात ने न सिर्फ परिवार, बल्कि आसपास के लोगों को भी झकझोर कर रख दिया।
मामले में मुख्य भूमिका युवक नीरज पांडेय की रही, जिसने मंगलवार की दोपहर एक ऐसा कदम उठाया जिसे सुनकर हर कोई स्तब्ध रह गया। बताया जा रहा है कि घटना से ठीक पहले तक सब कुछ सामान्य था और नीरज भी सामान्य व्यवहार कर रहा था, लेकिन दोपहर होते-होते उसने ऐसा कदम उठा लिया जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।
क्या हुआ था मंगलवार को?
मंगलवार दोपहर अचानक मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई जब लोगों को नीरज पांडेय के घर से चीख-पुकार सुनाई दी। पास-पड़ोस के लोग जब घर पहुंचे तो दृश्य बेहद भयावह था। आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद जहानागंज थाने की टीम मौके पर पहुंची।
हालांकि इस समय तक नीरज जो कर चुका था, उसे वापस नहीं बदला जा सकता था। पुलिस ने तुरंत मौके की जांच शुरू की और नीरज के परिजनों से बातचीत कर मामले की पूरी जानकारी जुटाई।
घटना के कारणों पर संशय
अब तक की जानकारी के अनुसार, घटना के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि परिवार या आस-पड़ोस के लोगों ने कोई स्पष्ट घरेलू विवाद या तनाव की बात नहीं बताई है। हालांकि, मानसिक तनाव, व्यक्तिगत असफलता या आर्थिक परेशानी जैसे संभावित कारणों की जांच की जा रही है।
नीरज पांडेय की उम्र लगभग 26 वर्ष बताई जा रही है और वह एक प्राइवेट नौकरी करता था। कुछ लोगों ने यह भी बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से तनाव में नजर आ रहा था, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि वह ऐसा बड़ा कदम उठा लेगा।
पुलिस कर रही है गहन जांच
जहानागंज पुलिस ने घटनास्थल से कुछ अहम सबूत जुटाए हैं और मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। पुलिस ने कहा है कि,
“परिजनों और मित्रों से पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी।”
स्थानीय लोग स्तब्ध
घटना के बाद पूरे मोहल्ले में गहरा शोक और स्तब्धता का माहौल है। लोग यह समझ नहीं पा रहे कि सब कुछ सामान्य दिखने के बावजूद नीरज ने ऐसा क्यों किया। क्षेत्रवासियों का कहना है कि नीरज एक शांत और मिलनसार युवक था और उससे किसी को कोई शिकायत नहीं थी।