चुर्री-पापड़ खाने से गांव में फैली बीमारी, 24 लोग बीमार, 12 अस्पताल में भर्ती
जिले के हिरगांव क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मेहरी में गुरुवार शाम एक बड़ी स्वास्थ्य आपदा का माहौल बन गया, जब एक फेरी वाले से खरीदे गए चुर्री-पापड़ खाने के बाद गांव के बच्चों और कुछ वयस्कों की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। शाम करीब छह बजे के बाद एक के बाद एक कई बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी, जिससे पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई।
क्या है पूरा मामला?
गुरुवार शाम एक फेरीवाला मेहरी गांव में आया और उसने बच्चों को चुर्री और पापड़ बेचे। बच्चों ने चाव से यह सामान खाया, लेकिन कुछ ही देर बाद उनमें से कई की तबीयत बिगड़ने लगी। बच्चों को उल्टी-दस्त होने लगे और कुछ की हालत गंभीर होने लगी। जैसे-जैसे समय बीता, गांव के अन्य लोग भी बीमार पड़ने लगे, जिससे स्थिति भयावह होती गई।
गांव वालों ने जब एक के बाद एक बच्चों और लोगों को बीमार पड़ते देखा तो वे घबरा गए और आनन-फानन में उन्हें स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया।
24 लोग बीमार, 12 की हालत गंभीर
अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, चुर्री-पापड़ खाने से कुल 24 लोग बीमार पड़े हैं, जिनमें से 9 बच्चे भी शामिल हैं। इन सभी को प्राथमिक इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन 12 मरीजों की हालत गंभीर देख उन्हें फिरोजाबाद के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की टीम सभी मरीजों की निगरानी में लगी हुई है और जरूरी इलाज दिया जा रहा है।
प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सतर्क
घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया। चिकित्सा टीम गांव में पहुंच चुकी है और अन्य प्रभावित लोगों की पहचान कर प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने आशंका जताई है कि चुर्री-पापड़ में कोई जहरीला या खराब पदार्थ मिला हो सकता है, जिससे फूड पॉइजनिंग जैसी स्थिति उत्पन्न हुई।
फेरीवाले की तलाश जारी
घटना के बाद से चुर्री-पापड़ बेचने वाला फेरीवाला मौके से फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है। गांव वालों का कहना है कि वह पहली बार गांव में आया था और इससे पहले कभी नहीं देखा गया था।
क्या बोले स्वास्थ्य अधिकारी?
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया, "सभी मरीजों की हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन सतर्कता बरती जा रही है। खाने के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही सटीक कारण का पता चल सकेगा।"

