अवैध धर्मांतरण के सरगना जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के सहयोगी क्षेत्र में सक्रिय, एटीएस की जांच में गवाही देने वाले हरजीत कश्यप को मिली जान से मारने की धमकी
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अवैध धर्मांतरण और देश विरोधी गतिविधियों के मामले में नामजद जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के करीबी अब भी खुलेआम सक्रिय हैं। Anti-Terrorism Squad (एटीएस) द्वारा छांगुर और उसके गिरोह पर लगातार जांच और कार्रवाई के बावजूद उसके सहयोगी स्थानीय स्तर पर लोगों को धमकाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
एटीएस की जांच में गवाही देने वाले गवाह हरजीत कश्यप को भी कुछ अज्ञात लोगों ने जान से मारने की धमकी दी है। इस धमकी के बाद हरजीत ने अपनी तहरीर पुलिस को सौंपी, जिसके आधार पर पुलिस ने तीन नामजद व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गवाही देने वाले गवाह को मिली धमकी
हरजीत कश्यप की सुरक्षा को लेकर पुलिस और प्रशासन सतर्क हो गए हैं। उन्होंने बताया कि धमकाने वालों ने लगातार उसे और उसके परिवार को खतरे में डालने की कोशिश की है ताकि वह अपनी गवाही वापस ले ले या जांच में बाधा उत्पन्न हो। हरजीत का कहना है कि वह सच के साथ खड़ा है और किसी भी दबाव में नहीं आएगा।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
एटीएस की रिपोर्ट और हरजीत की तहरीर के आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और संभावित खतरे को देखते हुए गवाह की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा रही है।
छांगुर गिरोह के सहयोगियों की सक्रियता
जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के गिरोह के कई सदस्य अभी भी छिपकर अवैध गतिविधियां कर रहे हैं और लोगों को डराने-धमकाने में लगे हैं। प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और एटीएस की मदद से छांगुर के नेटवर्क को पूरी तरह तोड़ने के लिए लगातार अभियान चला रहा है।
प्रशासन का संदेश
पुलिस और प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी गवाह या नागरिक धमकाने-डराने की कोशिश करे तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। देश और समाज की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।

