बार सीएचसी में मानवता शर्मसार: घायल होमगार्ड इलाज के इंतजार में दम तोड़ा, डॉक्टर नशे में मिला मोबाइल चलाते

चिकित्सा व्यवस्था की लापरवाही और संवेदनहीनता का एक शर्मनाक चेहरा बुधवार को बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में देखने को मिला। सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल एक होमगार्ड को जब इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, तो वह आधे घंटे से भी अधिक समय तक स्ट्रेचर पर तड़पता रहा, लेकिन इमरजेंसी वार्ड में तैनात चिकित्सक ने उसे देखने की जहमत तक नहीं उठाई।
परिजनों के अनुसार, वे लगातार कमरे में मौजूद चिकित्सक को आवाज़ लगाते रहे, लेकिन वह बाहर नहीं आया। जब मरीज की हालत बिगड़ने लगी और उसकी सांसें थमने लगीं, तब भी चिकित्सक का कोई अता-पता नहीं था। अंततः परिजन और अस्पताल कर्मियों ने किसी तरह दरवाजा खोला, तो जो नज़ारा सामने आया, वह किसी को भी झकझोर देने वाला था।
नशे में धुत मिला डॉक्टर, मोबाइल पर व्यस्त था
दरवाजा खुलते ही देखा गया कि डॉक्टर बिस्तर पर लेटा हुआ था और नशे में चूर होकर मोबाइल चला रहा था। उसका व्यवहार सामान्य नहीं था और वह मरीज को देखने की स्थिति में भी नहीं था। इस बीच, होमगार्ड की मौके पर ही मौत हो गई, जिसे समय पर इलाज मिल सकता था, तो उसकी जान बच सकती थी।
मृतक की पहचान और घटना का विवरण
मृतक की पहचान [होमगार्ड का नाम – यदि उपलब्ध हो तो जोड़ें] के रूप में हुई है, जो किसी सड़क दुर्घटना में घायल हुआ था। हादसे के तुरंत बाद परिजन और स्थानीय लोग उसे बार सीएचसी लेकर पहुंचे, जहां वह स्ट्रेचर पर करीब 30-40 मिनट तक पड़ा रहा। इमरजेंसी वार्ड में तैनात चिकित्सक की गैरजिम्मेदारी और संवेदनहीनता के कारण समय रहते इलाज नहीं हो पाया।
अस्पताल में हंगामा, कार्रवाई की मांग
घटना के बाद परिजन और स्थानीय लोगों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और दोषी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंचे और स्थिति को शांत किया। लोगों की नाराज़गी देखते हुए सीएमओ को भी मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा।
जांच के आदेश, डॉक्टर हो सकता है निलंबित
सीएमओ ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, आरोपी डॉक्टर को प्रारंभिक जांच के आधार पर निलंबित किया जा सकता है। साथ ही, डॉक्टर के नशे में होने की पुष्टि के लिए मेडिकल जांच भी कराई जा रही है।