नैनी सेंट्रल जेल की हाई सिक्योरिटी में भारी चूक, माफिया अतीक अहमद के बेटे अली की सेल से बरामद हुआ नकद और प्रतिबंधित सामान

उत्तर प्रदेश की नैनी सेंट्रल जेल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां हाई सिक्योरिटी सेल में बंद माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद के पास से बड़ी मात्रा में नकद धनराशि और कई प्रतिबंधित वस्तुएं बरामद की गई हैं। यह घटना प्रदेश की जेल सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।
जेल प्रशासन की ओर से की गई नियमित चेकिंग के दौरान अली अहमद की सेल की तलाशी ली गई, जिसमें न सिर्फ नकदी बरामद हुई, बल्कि मोबाइल फोन, तंबाकू उत्पाद, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले हैं। इस खुलासे के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया।
सूत्रों के मुताबिक, बरामद की गई नकदी की जांच अभी जारी है और अनुमान है कि इसमें लाखों रुपये शामिल हो सकते हैं। यह संदेह जताया जा रहा है कि जेल के भीतर मौजूद कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से यह पूरा नेटवर्क संचालित हो रहा था।
इस गंभीर चूक के बाद जेल प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए डिप्टी जेलर शांति देवी और जेल वॉर्डन संजय द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। प्रदेश के जेल विभाग ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच दल को यह पता लगाने का जिम्मा सौंपा गया है कि इतनी बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित वस्तुएं और नकद जेल के भीतर कैसे पहुंचीं और किसकी शह पर यह सब संभव हुआ।
जेल महानिरीक्षक (IG Prisons) ने मीडिया से बातचीत में कहा, "यह सुरक्षा में गंभीर लापरवाही का मामला है। जेल एक संवेदनशील स्थल होता है और इसमें इस तरह की गतिविधियां किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और पूरे नेटवर्क को उजागर किया जाएगा।"
यह मामला इसलिए भी बेहद संवेदनशील बन जाता है क्योंकि अतीक अहमद और उसका परिवार पहले से ही कई आपराधिक मामलों में संलिप्त रहा है, और अली अहमद को भी संगीन धाराओं में गिरफ्तार कर नैनी जेल की हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया था।
इस घटना के बाद प्रदेश की अन्य जेलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि जब हाई सिक्योरिटी सेल में बंद माफिया के बेटे के पास से नकद और प्रतिबंधित वस्तुएं मिल सकती हैं, तो आम कैदियों की निगरानी पर भरोसा कैसे किया जा सकता है?
फिलहाल इस पूरे मामले की जांच जारी है और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में और भी खुलासे सामने आ सकते हैं। प्रशासन ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने और तकनीकी निगरानी बढ़ाने की बात कही है।