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 'हे मेरे दोस्त मैं जा रहा हूं...', फिर मुंबई से गांव पहुंची युवक की लाश, इसलिए दी जान, पत्नी ने खोला राज

 'हे मेरे दोस्त मैं जा रहा हूं...', फिर मुंबई से गांव पहुंची युवक की लाश, इसलिए दी जान, पत्नी ने खोला राज

आगरा के बाहरी इलाके जैतपुर के तुलसीराम पुरा गांव के हलवाई हरीश पाल ने 16 जून को मुंबई के कल्याण में फांसी लगा ली थी। आत्महत्या करने से पहले उसने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था, 'अरे मेरे दोस्त, मैं जा रहा हूं, अब सबको छोड़कर, आज मेरा आखिरी दिन है...' बुधवार को शव गांव पहुंचा तो परिजन बिलख पड़े। गांव में रहने वाली मृतक की पत्नी भावना ने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें पति की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। उसने जैतपुर पुलिस से जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। पुलिस को दिए प्रार्थनापत्र में पत्नी ने बताया कि उसकी शादी 3 साल पहले हरीश पाल से हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले उसे और उसके पति को परेशान करते थे। परेशान होकर वह मेहनत-मजदूरी कराने मुंबई के कल्याण चली गई थी। उसने इंस्टाग्राम पोस्ट का हवाला देते हुए जान-माल की सुरक्षा के साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। जैतपुर पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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