उत्तर प्रदेश में मौसम ने बदला मिजाज, 50 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी

उत्तर प्रदेश में मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है और बीते तीन दिनों से मौसम में लगातार बदलाव देखा जा रहा है। राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में बादल छाए हुए हैं, जबकि कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला भी जारी है। रविवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में आसमान में घने बादलों का डेरा रहा और वातावरण में ठंडक महसूस की गई।
शनिवार देर रात लखनऊ में हल्की बारिश हुई, जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई। रविवार सुबह से ही शहर में मौनसून जैसी स्थिति बनी रही और लोग उमस से राहत महसूस करते नजर आए। सड़कों पर जलजमाव और नमी का असर भी देखने को मिला।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ताजा पूर्वानुमान में प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बुंदेलखंड, तराई और मध्य जिलों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में तेज हवाओं के साथ गर्जना और बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों तरफ से नमी युक्त हवाएं प्रदेश में प्रवेश कर रही हैं, जिससे वातावरण में बदलाव हो रहा है और बारिश की गतिविधियां बढ़ रही हैं। आने वाले 48 घंटों में मौसम और भी सक्रिय हो सकता है।
किन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा?
मौसम विभाग ने जिन प्रमुख जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है, उनमें लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, बाराबंकी, बस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर, फतेहपुर, और चंदौली शामिल हैं।
इन क्षेत्रों में प्रशासन को सतर्कता बरतने और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधान करने के निर्देश दिए गए हैं। बिजली गिरने की आशंका के चलते किसानों और खुले इलाकों में काम कर रहे लोगों को सावधान रहने की अपील की गई है।
राहत के साथ सावधानी भी जरूरी
जहां एक ओर इस बारिश से भीषण गर्मी और उमस से राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर जलभराव, फिसलन और बिजली गिरने जैसी घटनाएं भी चिंता का विषय बन गई हैं। बीते दिनों कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से जनहानि की घटनाएं भी सामने आई हैं।
प्रशासन की तैयारी
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया है। नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और विद्युत विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि आपात स्थितियों से निपटने की तैयारी पूरी रखें।