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भीषण गर्मी ने बनारस में तोड़े पसीने, 15 घंटे तक लू की चपेट में रहा शहर

भीषण गर्मी ने बनारस में तोड़े पसीने, 15 घंटे तक लू की चपेट में रहा शहर

जून की तपती धूप अब सिर्फ पसीना छुड़ाने तक सीमित नहीं रही, बल्कि किसी हाई रेडिएशन जैसे असर के साथ शरीर पर सीधा प्रभाव डाल रही है। सोमवार को बनारस भीषण लू की चपेट में लगभग 15 घंटे तक तड़पता रहा। सुबह से लेकर रात तक लोगों ने झुलसाने वाली गर्मी और तेज गर्म हवाओं का सामना किया, जिसने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया।

दिनभर 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गर्म पुरवई हवाएं चलती रहीं, जिसने तेज धूप के साथ मिलकर लू का कहर और भी भयावह बना दिया। जहां एक ओर तापमान ने 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास दस्तक दी, वहीं दूसरी ओर सड़कों पर सन्नाटा छा गया। जरूरी कामों के अलावा लोग घरों से बाहर निकलने से बचते नजर आए। सड़कों पर वाहन भी कम दिखाई दिए और बाजारों में रौनक फीकी पड़ गई।

हालांकि पूरे दिन मौसम पूरी तरह सूखा बना रहा, लेकिन जैसे ही रात का समय हुआ, गर्म हवा में थोड़ी नमी घुलने लगी। इससे राहत की उम्मीद कर रहे काशीवासियों को उल्टे उमस ने और भी ज्यादा परेशान कर दिया। लोगों को नींद तक नहीं आई, पंखे और कूलर तक इस गर्मी के सामने बेअसर साबित हुए।

मौसम विभाग की मानें तो यह स्थिति अभी कुछ और दिन बनी रह सकती है। हीटवेव की चेतावनी अगले 48 घंटों तक जारी की गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, तेज धूप और गर्म हवाएं शरीर से तरल पदार्थ तेजी से खत्म करती हैं, जिससे डिहाइड्रेशन, सिरदर्द, चक्कर और थकावट जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।

डॉक्टरों ने लोगों को सलाह दी है कि वे दिन के समय 11 बजे से शाम 4 बजे तक धूप में निकलने से बचें, हल्के और ढीले कपड़े पहनें तथा भरपूर मात्रा में पानी व पेय पदार्थ लें। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।

बनारस के कई इलाकों में बिजली की आंखमिचौली ने भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। कई मोहल्लों में बिजली कटौती के कारण पंखे और कूलर चलना मुश्किल हो गया, जिससे रात का समय भी बेआराम बीता।

गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में बनारस सहित पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में गर्मियों का तापमान असामान्य रूप से बढ़ा है। विशेषज्ञ इसे जलवायु परिवर्तन का प्रभाव मानते हैं। इस बार जून की शुरुआत से ही गर्मी ने जो रफ्तार पकड़ी है, वह साफ तौर पर बता रही है कि इस बार गर्मी सारे रिकॉर्ड तोड़ सकती है

अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में मौसम कुछ राहत देता है या गर्मी का यह प्रचंड रूप और कहर ढाएगा। फिलहाल तो काशीवासियों को सावधानी और संयम के साथ इस मौसम का सामना करना ही होगा।

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