हाथरस हत्याकांड में नया खुलासा, गौरी ने प्रेम विवाह किया था आदित्य से, जातीय मतभेद के बावजूद किया था साथ चुनने का फैसला

उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद के सहपऊ क्षेत्र के नगला कली गांव में हाल ही में हुई महिला गौरी की हत्या के मामले में अब एक अहम मोड़ सामने आया है। पुलिस अधीक्षक चिरंजीवनाथ सिन्हा ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि मृतका गौरी ने तीन वर्ष पूर्व आदित्य से प्रेम विवाह किया था। दोनों अलग-अलग जातियों से ताल्लुक रखते थे, जिसके चलते विवाह के बाद लंबे समय तक विरोध और सामाजिक दबाव की स्थिति बनी रही थी।
जातीय विरोध के बावजूद किया था प्रेम विवाह
एसपी चिरंजीवनाथ सिन्हा ने बताया कि गौरी और आदित्य एक-दूसरे को पहले से जानते और प्रेम करते थे। समाजिक भिन्नता और परिवारों के विरोध के बावजूद गौरी ने आदित्य के साथ विवाह किया। इस फैसले से कई लोग असहज थे, लेकिन दोनों ने साथ रहना स्वीकार किया।
आदित्य अब भी करता था गौरी से प्रेम
पुलिस के अनुसार, गौरी की हत्या के पीछे प्रेम और भावनात्मक द्वंद्व की गहरी पृष्ठभूमि है। एसपी का कहना है कि "आदित्य अब भी गौरी से प्रेम करता था।" हालांकि शादी के बाद दोनों के रिश्तों में दरार आ गई थी, और गौरी का कथित रूप से किसी अन्य युवक करन से संबंध बन गया था, जिससे विवाद और बढ़ता गया।
हत्या के पीछे प्रेम, विश्वासघात और आक्रोश?
अब तक की जांच में यह स्पष्ट होता जा रहा है कि यह हत्याकांड प्रेम, विश्वासघात और आक्रोश के मिश्रण का नतीजा हो सकता है। पुलिस को शक है कि आदित्य ने भावनात्मक आघात और गुस्से में आकर यह कदम उठाया, हालांकि सभी तथ्यों की गहराई से जांच की जा रही है।
पुलिस जुटा रही है ठोस साक्ष्य
एसपी सिन्हा ने बताया कि घटना से जुड़े सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है। घटनास्थल से फॉरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए गए हैं। साथ ही आरोपी और अन्य संदिग्धों से पूछताछ जारी है। पुलिस इस बात की भी पुष्टि कर रही है कि हत्या पूर्व नियोजित थी या भावनात्मक आवेश में की गई।
मामला बना चर्चा का केंद्र
यह मामला सिर्फ़ एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि सामाजिक जटिलताओं और बदलते रिश्तों की परतें भी उजागर कर रहा है। प्रेम विवाह, जातीय मतभेद, सामाजिक विरोध, और रिश्तों की उलझन – ये सभी इस घटना के केंद्र में नजर आ रहे हैं।