7 बार काटी हाथ की नस, फिर फंदे पर झूला कानपुर का कारोबारी, सुसाइट नोट में लिखा- ‘योगी जी न्याय दिलवाइए’
कानपुर के बारा इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सोलर पैनल बिजनेस पार्टनरशिप में कथित धोखाधड़ी से परेशान एक बिजनेसमैन ने आत्महत्या कर ली। दो पेज के सुसाइड नोट में, मृतक ने अपनी मौत के लिए अपने बिजनेस पार्टनर को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आरोपी पार्टनर की तलाश कर रही है। सुसाइड नोट में बिजनेसमैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार भी लगाई है।
बारा वर्ल्ड बैंक D-ब्लॉक में रहने वाले ओमेंद्र सिंह ने सोमवार शाम को अपने दूसरी मंजिल के कमरे में मफलर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि आत्महत्या करने से पहले उसने अपनी कलाई सात बार काटी थी, जिससे पूरे कमरे में खून फैल गया था।
घटना का पता तब चला जब बीती रात उसकी पत्नी अंजना सिंह काम से घर लौटी। अंजना LLR हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स के तौर पर काम करती है। जैसे ही उसने दरवाजा खोला, उसने अपने पति की लाश पंखे से लटकी देखी और शोर मचाया। पड़ोसियों और परिवार वालों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और जांच शुरू कर दी है।
ओमेंद्र सिंह के परिवार में उनकी मां रामवती, पत्नी अंजना और दो बेटे हैं। उनके छोटे भाई उदय सिंह, जो नोएडा में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करते हैं, ने बताया कि ओमेंद्र पिछले छह साल से दामोदर नगर में रहने वाले दिव्येंद्र सचान के साथ सोलर पैनल रूफटॉप फिटिंग का बिजनेस चला रहे थे। शुरुआत में सब ठीक चल रहा था, लेकिन पिछले एक साल से दिव्येंद्र ने फ्रॉड करना शुरू कर दिया।
उदय के मुताबिक, दिव्येंद्र ने बिजनेस के फंड में हेराफेरी की और फर्जी अकाउंट बनाए। जब ओमेंद्र को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने विरोध किया, लेकिन दिव्येंद्र ने उन्हें धमकाया और बहस बढ़ गई। उदय ने बताया कि इस स्ट्रेस के कारण ओमेंद्र मेंटली परेशान रहने लगे थे। वह कम बोलते थे, चुप रहते थे और रात में सो नहीं पाते थे।
पुलिस जांच में पता चला कि मौके से दो पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें ओमेंद्र ने साफ तौर पर अपनी मौत के लिए दिव्येंद्र सचान को जिम्मेदार ठहराया है। नोट में लिखा था कि दिव्येंद्र के धोखे की वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ा। सुसाइड नोट में उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की और इंसाफ की अपील की। पुलिस को कमरे से खून से सना चाकू मिला, जिससे नस काटी गई थी। डॉक्टरों के मुताबिक, खून बहने के बावजूद मौत का मुख्य कारण फांसी लगाकर दम घुटना था।
घटना के बाद पुलिस ने दिव्येंद्र सचान के घर पर दबिश दी, लेकिन वह फरार मिला। पुलिस का कहना है कि आरोपी को ढूंढने के लिए एक टीम बनाई गई है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इंडियन पीनल कोड की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि सुसाइड नोट और परिवार के बयानों के आधार पर जांच की जा रही है। धोखाधड़ी की पुष्टि के लिए बिजनेस के फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन की भी जांच की जाएगी।

