राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए दिए महत्वपूर्ण निर्देश

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राज्य के शिक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण बैठक की। सोमवार को राजभवन में उन्होंने प्राथमिक शिक्षा विभाग और आंगनबाड़ी केंद्र के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए, जिनमें राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों के उच्चीकरण, आंगनबाड़ी और प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों के नामांकन बढ़ाने, ड्रॉपआउट दर कम करने और लिंगानुपात में सुधार की दिशा में कदम उठाने की बात की।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों का उच्चीकरण
राज्यपाल ने निर्देश दिए कि राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों को उन्नत किया जाए ताकि अधिक से अधिक बच्चों को गुणवत्ता शिक्षा मिल सके। उनके अनुसार, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार से बच्चों का नामांकन बढ़ेगा और वे स्कूल छोड़ने के बजाय अच्छे परिणाम प्राप्त कर पाएंगे।
बच्चों का नामांकन और ड्रॉपआउट दर कम करना
राज्यपाल ने राज्य के सभी शिक्षा विभागों को निर्देश दिए कि वे बच्चों के नामांकन को बढ़ाने के लिए विशेष उपाय करें। इसके साथ ही, ड्रॉपआउट दर को कम करने के लिए स्कूलों में एक उपयुक्त वातावरण बनाया जाए, ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें और स्कूल छोड़ने की स्थिति में न पहुंचें।
लिंगानुपात में सुधार
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यह भी निर्देश दिए कि स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में लिंगानुपात में सुधार के लिए ठोस प्रयास किए जाएं। खासकर लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाएं ताकि समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा मिले और लड़कियों को भी बराबरी के अवसर मिल सकें।
आंगनबाड़ी केंद्रों का भी विकास
राज्यपाल ने आंगनबाड़ी केंद्रों के सुधार पर भी जोर दिया। उनके अनुसार, आंगनबाड़ी केंद्रों को बच्चों के शुरुआती शिक्षा के लिए एक मजबूत आधार बनाना जरूरी है, ताकि वे प्राथमिक स्कूलों में बेहतर तरीके से प्रवेश कर सकें और अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें।