गोमतीनगर कॉलोनी का सर्किल रेट सबसे अधिक, 26 प्रमुख कॉलोनियों में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी

राजधानी लखनऊ में प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे लोगों को अब अपनी जेब और ढीली करनी पड़ेगी। प्रशासन ने शहर की 26 प्रमुख कॉलोनियों के सर्किल रेट (पंजीकरण के लिए निर्धारित न्यूनतम दर) जारी कर दिए हैं। इनमें 25 फीसदी तक की वृद्धि की गई है। हैरानी की बात यह है कि गोमतीनगर कॉलोनी का सर्किल रेट सबसे अधिक प्रस्तावित किया गया है। दूसरे स्थान पर महानगर, जबकि तीसरे स्थान पर इंदिरानगर कॉलोनी रही।
गोमतीनगर में सबसे महंगी जमीन
नए सर्किल रेट के अनुसार, गोमतीनगर लखनऊ की सबसे महंगी कॉलोनी बनकर उभरी है। यहां का रेट बाकी सभी कॉलोनियों से अधिक प्रस्तावित किया गया है। प्रॉपर्टी बाजार से जुड़े जानकारों के अनुसार, गोमतीनगर की बढ़ती वाणिज्यिक गतिविधियां, कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे ने इसे निवेश के लिहाज से बेहद आकर्षक बना दिया है।
महानगर और इंदिरानगर भी पीछे नहीं
गोमतीनगर के बाद महानगर और इंदिरानगर का नाम आता है। ये दोनों कॉलोनियां भी शहर के प्रमुख रिहायशी क्षेत्रों में शामिल हैं। बेहतर सुविधाएं, स्कूल, अस्पताल और मेट्रो कनेक्टिविटी जैसी वजहों से इन क्षेत्रों में जमीन और फ्लैट की मांग लगातार बनी हुई है, जिससे इनका सर्किल रेट भी तेजी से बढ़ा है।
सर्किल रेट में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी
जारी आंकड़ों के अनुसार, जिन 26 प्रमुख कॉलोनियों के सर्किल रेट तय किए गए हैं, उनमें अधिकतम 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। प्रशासन के मुताबिक, इस कदम का उद्देश्य वास्तविक बाजार दर के अनुरूप राजस्व अर्जित करना है।
कौन-कौन सी कॉलोनियां शामिल?
प्रमुख कॉलोनियों में गोमतीनगर, महानगर, इंदिरानगर, अलीगंज, अंसल, सुषांत गोल्फ सिटी, एलडीए कॉलोनी, राजाजीपुरम, आशियाना, सरोजिनी नगर, चिनहट सहित कई नाम शामिल हैं। इन सभी स्थानों में संपत्ति के पंजीकरण पर अब अधिक स्टांप शुल्क देना होगा।
आम जनता और रियल एस्टेट सेक्टर की प्रतिक्रिया
जहां प्रशासन इसे राजस्व बढ़ाने की दिशा में एक कदम मान रहा है, वहीं आम लोग और रियल एस्टेट से जुड़े व्यवसायियों का मानना है कि इससे संपत्ति की कीमतें और ऊपर जाएंगी, जिससे मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए घर खरीदना और कठिन हो जाएगा। कुछ बिल्डरों ने आशंका जताई है कि इससे रियल एस्टेट मार्केट में मंदी का असर बढ़ सकता है।