उत्तर प्रदेश के काशी (वाराणसी) में गंगा नदी एक बार फिर उफान पर है। लगातार बढ़ते जलस्तर के चलते शहर के कई घाटों का आपसी संपर्क टूट गया है, जिससे स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने एहतियातन छोटी नावों के संचालन पर रोक लगा दी है।
🌊 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ी गंगा
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार से गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि देखी जा रही थी। रविवार की रात तक गंगा 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही थी। हालांकि, सोमवार सुबह से जलस्तर स्थिर बताया गया है।
📊 गंगा का वर्तमान जलस्तर और चेतावनी स्तर
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आज सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर: 62.98 मीटर
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वार्निंग लेवल: 70.26 मीटर
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खतरे का निशान: 71.26 मीटर
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अब तक का सर्वाधिक जलस्तर: 73.90 मीटर (वर्ष 1978)
🚤 नाविकों को चेतावनी, छोटी नावें बंद
जिला प्रशासन ने नाविकों के साथ बैठक कर उन्हें चेतावनी दी है कि जलस्तर में और वृद्धि की स्थिति में नाव संचालन पूरी तरह बंद किया जा सकता है। फिलहाल, छोटी नावों के संचालन पर रोक लगा दी गई है, जबकि बड़ी नावों के संचालन पर भी सख्त निगरानी रखी जा रही है।
🛕 घाटों पर संकट
गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट समेत कई प्रसिद्ध घाटों का संपर्क टूट गया है। घाटों पर सीढ़ियों तक पानी आ गया है, जिससे तीर्थ यात्रियों और स्थानीय निवासियों की आवाजाही बाधित हो रही है।
🧍♂️ प्रशासन की अपील
प्रशासन ने स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे गंगा के किनारे अनावश्यक रूप से न जाएं और जलस्तर के हालात को गंभीरता से लें।
जिलाधिकारी का बयान:
"स्थिति पर हमारी पूरी नजर है। अभी खतरे की कोई स्थिति नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।"

