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ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी करने वाला गिरोह पकड़ा, 1.20 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित दवा बरामद

ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी करने वाला गिरोह पकड़ा, 1.20 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित दवा बरामद

प्रदेश में प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में एसटीएफ (विशेष कार्यबल) और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की संयुक्त टीम ने ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की अवैध तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस अभियान के तहत तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से करीब 1.20 करोड़ रुपये मूल्य की 5,87,880 मिलीलीटर ऑक्सीटोसिन बरामद की गई है।

बिहार से मंगाई जाती थी दवा, मिलावट कर होती थी सप्लाई

पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह बिहार से प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन मंगवाता था। इसके बाद उसमें मिलावट कर आसपास के जिलों — विशेष रूप से पशुपालन और डेयरी से जुड़े क्षेत्रों — में ऊंचे दामों पर बेचा जाता था। ऑक्सीटोसिन का उपयोग पशुओं में कृत्रिम रूप से दूध निकालने के लिए किया जाता है, लेकिन इसके दुष्परिणाम बेहद खतरनाक हैं। सरकार ने इसके उपयोग पर सख्त प्रतिबंध लगा रखा है।

बड़ी मात्रा में बरामदगी, नेटवर्क का विस्तार होने की आशंका

गिरफ्तार तस्करों के पास से बड़े पैमाने पर ऑक्सीटोसिन बरामद की गई है। बरामद दवा की मात्रा 5.87 लाख मिलीलीटर से अधिक है, जिसकी बाजार कीमत लगभग 1.20 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसके साथ ही सप्लाई में प्रयुक्त वाहनों, मोबाइल फोनों, पैकिंग मशीनों और संदिग्ध दस्तावेजों को भी जब्त किया गया है।

मिलावट से बढ़ता था मुनाफा, गिरोह का काम बेहद संगठित

एफएसडीए और एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, आरोपी इंजेक्शन में मिलावट कर उसकी मात्रा और उपयोग अवधि को बढ़ा देते थे, जिससे कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सके। यह काम बिल्कुल पेशेवर ढंग से किया जा रहा था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरोह का नेटवर्क यूपी के कई जिलों तक फैला हुआ है।

अधिकारी बोले—जनस्वास्थ्य और पशुधन के लिए गंभीर खतरा

एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। एफएसडीए ने इसे जनस्वास्थ्य और पशुओं की सेहत के लिए बड़ा खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसे इंजेक्शनों का इस्तेमाल पशुओं में हार्मोनल असंतुलन, बांझपन और अंगों की क्षति तक का कारण बन सकता है।

जल्द होगी विस्तृत चार्जशीट, गिरोह का नेटवर्क खंगाल रही टीमें

अधिकारियों ने यह भी बताया कि फिलहाल पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए छापेमारी की जा रही है। इनके खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

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