
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने एक ऐसी गैंग का पर्दाफाश किया है जो डेटिंग ऐप "ग्राइंडर" का इस्तेमाल करके लोगों को फंसाता था और फिर उन्हें मारपीट कर लूट लेता था। थाना सूजपुर पुलिस ने शुक्रवार को गैंग के छह सदस्य गिरफ्तार किए, जिनके पास से लूट के पैसों के अलावा दो तमंचे और दो चाकू भी बरामद किए गए।
पुलिस के अनुसार, यह गैंग "ग्राइंडर" ऐप का उपयोग करके लोगों से दोस्ती करता था और फिर उन्हें किसी सुनसान जगह पर बुलाता था। इसके बाद आरोपी लोग उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर मारपीट करते थे और यूपीआई या नकद पैसों के जरिए लूटपाट करते थे। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पिछले एक सप्ताह में दो घटनाओं को अंजाम दिया था।
पुलिस ने गैंग के कब्जे से घटना में इस्तेमाल की गई बिना नंबर प्लेट वाली हुंडई ओरा कार भी बरामद की है। इसके अलावा, लूट की रकम 19,500 रुपये, दो तमंचे और दो चाकू भी पुलिस ने जब्त किए हैं। यह गैंग पीड़ितों को बदनामी का डर दिखाकर पैसे ट्रांसफर करवा लेता था, ताकि वे शिकार को डराकर उनका विरोध न कर सकें।
आरोपियों से पूछताछ में यह भी सामने आया कि वे अक्सर अपनी योजना को बड़े आराम से अंजाम देते थे, क्योंकि उनकी पीड़ितों से बातचीत केवल ऑनलाइन होती थी, जिससे उन पर शक करना मुश्किल हो जाता था। पुलिस के अनुसार, इस गैंग ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया था, और अब तक दोनों घटनाओं में लूटी गई रकम के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और इनसे और भी घटनाओं के बारे में पूछताछ की जाएगी। पुलिस ने इस मामले में पीड़ितों से भी अपील की है कि वे अगर किसी प्रकार का संदिग्ध व्यवहार देखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
ग्रेटर नोएडा पुलिस के इस ऑपरेशन ने एक बार फिर यह साबित किया कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अपराधी अपनी चतुराई से लोगों को धोखा दे सकते हैं, लेकिन पुलिस की तत्परता और सख्ती से ऐसे अपराधियों को पकड़ा जा सकता है।