
उत्तर प्रदेश में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत एक बड़ी कार्रवाई की गई है। साचीज (स्टेट एजेंसी फॉर कंप्रिहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज) ने गलत तरीके से भुगतान लेने वाले 39 निजी अस्पतालों की योजना से संबद्धता निलंबित कर दी है।
क्या है मामला?
इन अस्पतालों पर आरोप है कि इन्होंने आयुष्मान योजना के अंतर्गत फर्जी या अनियमित तरीकों से इलाज दिखाकर भुगतान प्राप्त किया। जांच में गड़बड़ियां सामने आने के बाद साचीज ने यह सख्त कदम उठाया।
निलंबन के बाद क्या होगा?
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निलंबन अवधि में ये अस्पताल योजना के तहत किसी भी मरीज का इलाज नहीं कर सकेंगे।
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राशि की रिकवरी की कार्रवाई जारी है।
कितना पैसा वापस आया?
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34 अस्पतालों ने अनुचित रूप से प्राप्त रकम सरकार को लौटा दी है।
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5 अस्पताल अभी तक राशि लौटाने में नाकाम रहे हैं, जिन पर सख्त वसूली की प्रक्रिया शुरू की गई है।
सरकार का रुख
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि योजना से जुड़े अस्पतालों की निगरानी अब और सख्त होगी। यदि कोई अस्पताल अनियमितता करता पाया गया, तो उसकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी और कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।