छांगुर बाबा गैंग को लेकर पूर्व विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने उठाए प्रशासन पर सवाल, कहा- “बांट खाओ की नीति पर चल रहे अफसर”
बलरामपुर ज़िले के गैसड़ी क्षेत्र में सक्रिय छांगुर बाबा गैंग के मामले ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। पूर्व बीजेपी विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने इस पूरे प्रकरण को लेकर जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि छांगुर बाबा और उसकी गैंग की गतिविधियों की जानकारी प्रशासन को पहले से थी, बावजूद इसके कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
शैलेश सिंह ने जिला प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए कहा, “अधिकारी सिर्फ अपनी मौज में हैं। आम जनता की परेशानियों की किसी को परवाह नहीं। ‘बांट खाओ’ की नीति पर अधिकारी काम कर रहे हैं और आम जनमानस को परेशान किया जा रहा है।”
पूर्व विधायक के इन आरोपों ने प्रशासनिक अमले को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि गैसड़ी और आसपास के क्षेत्र में छांगुर बाबा के नाम पर लोगों को डराया-धमकाया जा रहा है, लेकिन जिला प्रशासन इस ओर से आंखें मूंदे बैठा है। शैलेश सिंह ने प्रशासन पर मिलीभगत का भी संदेह जताया और कहा कि अगर समय रहते कार्रवाई होती तो आम जनता को इतने दिन तक डर के साए में नहीं रहना पड़ता।
शैलेश सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने मांग की है कि एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की जाए, जो छांगुर बाबा गैंग की गतिविधियों और प्रशासन की भूमिका की निष्पक्ष जांच करे।
गौरतलब है कि छांगुर बाबा और उसके साथियों पर स्थानीय लोगों को डरा-धमका कर अवैध वसूली करने और सामाजिक अराजकता फैलाने के गंभीर आरोप हैं। पिछले कुछ महीनों से इस गिरोह की गतिविधियों को लेकर कई बार शिकायतें भी सामने आईं, लेकिन कार्रवाई न होने से लोगों में आक्रोश है।
शैलेश सिंह ने यह भी कहा कि जब वह विधायक थे, तब गैसड़ी क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक थी, लेकिन अब प्रशासनिक ढिलाई के कारण असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
पूर्व विधायक के इन बयानों के बाद अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन या शासन स्तर पर क्या कार्रवाई होती है। फिलहाल आम लोग प्रशासन की निष्क्रियता से नाराज हैं और एक सख्त कदम की उम्मीद कर रहे हैं।

