कानपुर पहुंचे पूर्व क्रिकेटर पीयूष चावला, उभरते खिलाड़ियों को दिए सफलता के मंत्र

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार स्पिनर पीयूष चावला ने गुरुवार को आर्यनगर स्थित ‘द स्पोर्ट्स हब (TSH)’ में युवा क्रिकेटरों से मुलाकात की और उन्हें खेल की बारीकियों से रूबरू कराया। इस विशेष सत्र में चावला ने खिलाड़ियों को तकनीक, मानसिकता और अनुशासन के महत्व को समझाया और बताया कि कैसे एक खिलाड़ी अपने खेल को निरंतर अभ्यास और धैर्य के बल पर निखार सकता है।
जुनून और काबिलियत से भरे हैं कानपुर के खिलाड़ी
पीयूष चावला ने कहा कि कानपुर के युवा खिलाड़ियों में खेल के प्रति गजब का जुनून और काबिलियत है। उन्होंने कहा,
"यहां के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, उन्हें बस सही कोचिंग, मार्गदर्शन और मानसिक मजबूती की जरूरत है। यदि इन्हें सही दिशा मिले, तो ये खिलाड़ी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच सकते हैं।"
तकनीक और मानसिक तैयारी पर विशेष जोर
पूर्व क्रिकेटर ने खिलाड़ियों से संवाद करते हुए उन्हें बताया कि केवल बल्लेबाजी या गेंदबाजी के अभ्यास से बात नहीं बनती। खिलाड़ी की मानसिक तैयारी और अनुशासित दिनचर्या ही उसे भीड़ से अलग करती है।
उन्होंने कहा,
"एक बड़ा खिलाड़ी बनने के लिए तकनीकी कौशल के साथ-साथ दबाव में संयम बनाए रखना, टीम के लिए खेलना और निरंतर सुधार करना बेहद जरूरी है।"
अनुशासन को बताया सफलता की कुंजी
चावला ने युवाओं को याद दिलाया कि अनुशासन और फिटनेस ही किसी खिलाड़ी के करियर की रीढ़ होती है। उन्होंने कहा कि सफल खिलाड़ियों की दिनचर्या, खानपान और अभ्यास पद्धति को अपनाना ही उन्हें दूसरों से बेहतर बनाता है।
स्पोर्ट्स हब बना युवा प्रतिभाओं का केंद्र
‘द स्पोर्ट्स हब’ में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय युवा क्रिकेटर्स और कोच शामिल हुए। संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि ऐसे आयोजनों का उद्देश्य उभरती प्रतिभाओं को अनुभवी खिलाड़ियों से जोड़ना और उन्हें खेल की असली दुनिया से रूबरू कराना है।
संस्थान के प्रमुख ने कहा,
"पीयूष चावला जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी का यहां आना हमारे खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा से कम नहीं है।"