पांच महीने बाद सड़क हादसे में मारे गए बच्चे का शव कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया

कासगंज जिले के नगला सीडर गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां जिलाधिकारी (डीएम) के आदेश पर लगभग पांच महीने बाद एक 12 वर्षीय बच्चे के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। यह बच्चा फरवरी महीने में एक सड़क हादसे का शिकार हुआ था, लेकिन परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही उसे दफना दिया था।
घटना का विवरण
फरवरी में कासगंज जिले के नगला सीडर गांव में 12 वर्षीय बच्चा सड़क हादसे का शिकार हुआ था। हादसे के बाद बच्चे के परिवार ने उसे बिना पोस्टमार्टम कराए दफन कर दिया था। हालांकि, इस मामले में कुछ अनसुलझे सवाल थे, जिसके बाद जिला प्रशासन ने इस पर जांच शुरू की। जिलाधिकारी ने बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराने के आदेश दिए, ताकि हादसे की असल वजह का पता चल सके और किसी प्रकार की संदेहास्पद स्थिति को स्पष्ट किया जा सके।
पोस्टमार्टम के लिए शव कब्र से निकाला गया
डीएम के आदेश के बाद, पुलिस और प्रशासन की टीम ने बच्चे के शव को कब्र से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शव को कब्र से बाहर निकालने की प्रक्रिया ने गांव में चर्चा का विषय बना दिया। पोस्टमार्टम के बाद, हादसे की असल वजह का पता लगाने की उम्मीद जताई जा रही है, ताकि मामले में निष्पक्षता से जांच की जा सके।
परिजनों से पूछताछ
जिला प्रशासन ने इस मामले में बच्चे के परिजनों से भी पूछताछ की और यह जानने की कोशिश की कि पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया गया। हालांकि, परिजनों ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वे हादसे के समय असमंजस में थे और उन्होंने बिना जांच कराए शव को दफना दिया।
प्रशासन का कदम
इस घटना ने प्रशासन को यह याद दिलाया कि मामलों में पारदर्शिता और निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है, खासकर जब किसी की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हो। जिलाधिकारी का यह कदम इस बात की ओर इशारा करता है कि प्रशासन किसी भी मामले में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा और सही जानकारी प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।