फुगाना पुलिस को बड़ी सफलता, 15.16 लाख के नकली नोट बरामद, दो गिरफ्तार; सरगना फरार

फुगाना थाना पुलिस ने नकली नोट छापने और उनकी सप्लाई करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 15.16 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ-साथ नोट छापने की मशीनें और अन्य उपकरण भी बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिससे पुलिस को गिरोह के नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिल रही है।
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह मेरठ के पल्लवपुरम क्षेत्र में नकली नोटों की छपाई करता था और इसके बाद उन्हें दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में सप्लाई किया जाता था। पकड़े गए नोट बुढ़ाना और शामली के रास्ते हरियाणा पहुंचाने की तैयारी में थे। दोनों आरोपित इन्हीं नोटों की सप्लाई के लिए निकले थे, जब पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।
थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों बदमाशों के पास से भारी मात्रा में नकली नोट बरामद हुए हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 15.16 लाख रुपये है। इनके पास से नोट छापने वाली प्रिंटर मशीनें, कागज़, स्याही और अन्य तकनीकी उपकरण भी मिले हैं, जिनसे ये नकली नोट हूबहू असली जैसे तैयार करते थे। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि गिरोह का सरगना अंकित अभी फरार है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज़ कर दिए गए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और धीरे-धीरे अपने नेटवर्क को अन्य राज्यों तक फैला रहा था। नकली नोटों की सप्लाई से न केवल आम लोग धोखाधड़ी का शिकार हो रहे थे, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान हो रहा था।
गिरफ्तार आरोपितों को सोमवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब फरार सरगना अंकित की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि इस गिरोह के अन्य सदस्य किन-किन राज्यों में फैले हैं और क्या इनका संबंध किसी अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से भी है।
फुगाना थाना पुलिस की इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि नकली नोटों की बढ़ती घटनाओं के बीच यह गिरोह प्रदेश और पड़ोसी राज्यों में आर्थिक अपराधों को अंजाम दे रहा था। पुलिस अधीक्षक ने टीम को इस कार्रवाई के लिए प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की है और कहा है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ अभियान और तेज़ किया जाएगा।