फागू बाबा की समाधि पर लगने वाला मेला प्रशासन ने किया रद्द, पूर्व विधायक की शिकायत के बाद उठाया कदम

जिले के इटवा थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित फागू बाबा की समाधि पर हर गुरुवार को लगने वाले मेले को लेकर बड़ा प्रशासनिक फैसला लिया गया है। जिला प्रशासन ने इस मेले पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है। यह निर्णय पूर्व भाजपा विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा की गई शिकायत के बाद लिया गया, जिसमें उन्होंने अवैध गतिविधियों, अंधविश्वास और ठगी के आरोप लगाए थे।
पूर्व विधायक की शिकायत में क्या कहा गया?
राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने उपजिलाधिकारी (SDM) को पत्र भेजकर आरोप लगाया था कि फागू बाबा की समाधि स्थल पर गुरुवार को लगने वाला मेला धार्मिक आस्था से अधिक ठगी और अंधविश्वास को बढ़ावा देने का केंद्र बन चुका है। उनके अनुसार, इस स्थल पर कई लोग धार्मिक चमत्कार के नाम पर भोली-भाली जनता को गुमराह कर रहे हैं और आर्थिक रूप से शोषण भी किया जा रहा है।
प्रशासन ने दिखाई सख्ती
शिकायत पर संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने गुरुवार को लगने वाले मेले को तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश जारी किया। साथ ही समाधि स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई ताकि किसी प्रकार का अवांछित गतिविधि या विरोध प्रदर्शन न हो सके।
SDM ने कहा कि जब तक मामले की विस्तृत जांच पूरी नहीं होती, तब तक किसी भी प्रकार का मेला या जनसंचयन अनुमति के बिना नहीं हो सकता।
स्थानीय लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस फैसले के बाद क्षेत्र में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग प्रशासन की कार्रवाई को जरूरी और समयानुकूल बता रहे हैं, वहीं कुछ स्थानीय श्रद्धालु इसे धार्मिक आस्था पर चोट बता रहे हैं। उनका कहना है कि यह मेला वर्षों पुरानी परंपरा है और इससे कई ग्रामीणों की आजीविका भी जुड़ी हुई है।
आगे की प्रक्रिया
प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि यदि स्थल पर कोई गैरकानूनी गतिविधि या अंधविश्वास फैलाने की पुष्टि होती है, तो स्थायी रूप से मेला प्रतिबंधित किया जा सकता है। वहीं, अगर सभी गतिविधियां नियमों के दायरे में होती हैं, तो उचित अनुमति प्रक्रिया के तहत मेले की पुनर्स्थापना पर विचार किया जाएगा।