70 वर्षीय बुजुर्ग महिला की पीड़ा सुनने डीएम ने जमीन पर बैठकर किया समाधान का आदेश

उत्तर प्रदेश के जिला प्रशासन की मानवीयता की एक मिसाल सामने आई है, जब लगभग 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला अपनी समस्या लेकर डीएम कार्यालय पहुंची और जमीन पर बैठ गई। उसकी पीड़ा को समझने और सुनने के लिए खुद जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान भी जमीन पर बैठ गए, जिससे पूरे प्रशासनिक दफ्तर में एक अलग ही छवि बनी।
जिलाधिकारी का सम्मानजनक रवैया:
बुजुर्ग महिला की व्यथा को देख अरविंद कुमार चौहान ने न केवल उसकी बात ध्यान से सुनी, बल्कि तत्काल उसकी समस्या का निराकरण करने का आदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि जनता की सेवा करना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है और हर व्यक्ति की समस्या को गंभीरता से लेना जरूरी है।
समस्या का त्वरित समाधान:
जिलाधिकारी के निर्देश पर संबंधित विभागों ने बुजुर्ग महिला की समस्या का तुरंत निवारण शुरू कर दिया। इस घटना ने प्रशासन की जनता के प्रति समर्पण और संवेदनशीलता को प्रदर्शित किया।
जनता के बीच प्रशासन की छवि मजबूत:
इस तरह की घटनाएं प्रशासन और जनता के बीच विश्वास को बढ़ाती हैं। बुजुर्ग महिला के साथ जिलाधिकारी का यह व्यवहार यह संदेश देता है कि सरकार की नीतियां केवल कागजों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हर आम आदमी की बात सुनी और हल की जाती है।
समाज के लिए एक प्रेरणा:
यह घटना अन्य अधिकारियों के लिए भी प्रेरणा बनी है कि जनता के साथ समान भाव से पेश आना कितना जरूरी है। जमीन पर बैठकर बुजुर्ग महिला की पीड़ा सुनना और तुरंत कार्रवाई करना प्रशासन की जनता सेवा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।