Samachar Nama
×

सावन के पहले सोमवार पर राजेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, केंद्रीय मंत्री ने किया अभिषेक

सावन के पहले सोमवार पर राजेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, केंद्रीय मंत्री ने किया अभिषेक

सावन मास का पहला सोमवार आज पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में रविवार को ऐतिहासिक राजेश्वर महादेव मंदिर में भव्य मेले का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

मेले का शुभारंभ केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने भगवान शिव का विशेष पंचामृत और 21 लीटर दूध से अभिषेक कर किया। इस दौरान मंदिर परिसर "बोल बम" और "हर-हर महादेव" के जयघोष से गूंज उठा।

श्रद्धालुओं में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। सावन के पहले सोमवार पर भगवान भोलेनाथ के दर्शन और जलाभिषेक के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं। कई श्रद्धालु आधी रात से ही कांवड़ लेकर मंदिर के लिए रवाना हो गए थे और रात 12 बजते ही अभिषेक की शुरुआत हो गई थी।

सुरक्षा व्यवस्था रही चाक-चौबंद

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए थे। डीसीपी सिटी सोनम कुमार और एसीपी सदर हेमंत कुमार ने खुद मौके पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। पुलिस बल, होमगार्ड्स और सिविल डिफेंस के जवानों को विभिन्न बिंदुओं पर तैनात किया गया था ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था ना हो।

ट्रैफिक के लिए रूट डायवर्जन

मेले और दर्शन के दौरान जाम की समस्या से बचने के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया गया था। राजपुर चुंगी से रूट डायवर्ट कर वाहनों की आवाजाही को वैकल्पिक मार्गों से संचालित किया गया, जिससे भक्तों को पैदल चलने और दर्शन करने में सुविधा हो सके।

कांवड़ियों में दिखा विशेष उत्साह

सावन के पहले सोमवार पर कांवड़ यात्रा का विशेष महत्व होता है। कई कांवड़िए दूर-दराज से जल भरकर पैदल यात्रा करते हुए राजेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे और रात 12 बजते ही अभिषेक की शुरुआत कर दी। ढोल-नगाड़ों, मंत्रोच्चार और हर-हर महादेव की गूंज के बीच माहौल भक्तिमय बन गया।

श्रद्धालुओं के लिए की गई विशेष व्यवस्थाएं

मंदिर प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, चिकित्सा सहायता, मोबाइल टॉयलेट और शीतल जल छायाएं जैसी व्यवस्थाएं की गई थीं। साथ ही मेले के दौरान लॉस्ट एंड फाउंड केंद्र भी स्थापित किया गया था, जहां खोए हुए सामान और लोगों की जानकारी दी जा रही थी।

Share this story

Tags