श्रावण सोमवार पर शिव मंदिरों में उमड़ा भक्तों का सैलाब, यातायात व्यवस्था में हुआ बड़ा बदलाव
श्रावण मास के दूसरे सोमवार को शहर के प्रमुख शिव मंदिरों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। शिवभक्तों ने सुबह से ही मंदिरों में जलाभिषेक, पूजन और परिक्रमा यात्रा के लिए कतार लगानी शुरू कर दी थी। शिवालयों में हर-हर महादेव और बोल बम के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया। इसी को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था में अहम बदलाव किए हैं। यह विशेष व्यवस्था 20 जुलाई की शाम चार बजे से कार्यक्रम समाप्ति तक लागू रहेगी।
शहर के महाकालेश्वर, कालेश्वरनाथ, भीमेश्वरनाथ, नागेश्वरनाथ और बर्फानी शिवालय समेत अन्य प्रमुख मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। श्रद्धालु बेलपत्र, धतूरा, दूध और जल से शिवलिंग का अभिषेक करते नजर आए। मंदिरों के बाहर से लेकर गर्भगृह तक लंबी कतारें लगी रहीं। कांवड़ यात्रा पर निकले शिवभक्तों का भी कई जगह स्वागत किया गया। कई श्रद्धालु परिवार समेत दर्शन-पूजन के लिए सुबह 4 बजे से ही मंदिर पहुंचने लगे थे।
प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए शिव मंदिरों के आसपास विशेष सुरक्षा प्रबंध किए हैं। पुलिस, होमगार्ड और ट्रैफिक कर्मियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई है। मंदिरों के बाहर बैरिकेडिंग कर लोगों को लाइन में दर्शन करवाए जा रहे हैं। ड्रोन कैमरे से भी निगरानी रखी जा रही है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
ट्रैफिक विभाग के अनुसार, मंदिरों के आसपास के मार्गों पर वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। वैकल्पिक मार्गों से यातायात को डायवर्ट किया गया है। शाम चार बजे से अगले दिन तक मंदिरों के आसपास निजी वाहनों की एंट्री बंद रहेगी। केवल एंबुलेंस, अग्निशमन और अन्य आपात सेवाओं को छूट दी गई है।
नगर आयुक्त और पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से लोगों से अपील की है कि वे धार्मिक भावनाओं के साथ-साथ प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। भीड़ में धैर्य बनाए रखें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
श्रावण सोमवार का यह आयोजन शांतिपूर्ण और श्रद्धा से भरपूर माहौल में संपन्न हो रहा है। प्रशासन की तैयारियों और श्रद्धालुओं के सहयोग से पूरा शहर शिवमय बना हुआ है। जलाभिषेक का सिलसिला देर रात तक जारी रहने की संभावना है।

