व्हाट्सएप चैट के जरिए लड़कियों की डिमांड, हुक्का बार की आड़ में देह व्यापार, गोरखपुर में ऐसे हुआ पर्दाफाश
गोरखपुर में हुक्का बार की आड़ में देह व्यापार चलाने के आरोपी होटल मैनेजर और बिचौलिए को रामगढ़ताल थाने की पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दोनों आरोपी तस्करों से व्हाट्सएप चैट के जरिए लड़कियां मांगते थे और उन्हें होटल में बुलाते थे। जैनिस बॉटल हुक्का बार के मालिक और इस गिरोह के सरगना अनिरुद्ध ओझा के मोबाइल फोन की जांच के दौरान आरोपियों की व्हाट्सएप चैट मिली। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
रामगढ़ताल थाना प्रभारी चितवन कुमार ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपियों में गोला का संजीत जायसवाल गीडा में लग्जरी होटल क्राउन पैलेस चलाता है। दूसरा आरोपी खजनी क्षेत्र के गजनार सिंह कचरी निवासी अनुराग त्रिपाठी संचालक के साथ मिलकर होटलों में लड़कियों को बुलाने में बिचौलिए का काम करता था।
जनवरी में शाहपुर स्थित जैनिस बॉटल हुक्का बार में रामगढ़ताल क्षेत्र की नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था। रामगढ़ताल थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो बड़े देह व्यापार रैकेट का पर्दाफाश हुआ। दोनों आरोपियों के नाम भी सामने आए थे और तभी से पुलिस वेश्यावृत्ति अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उनकी तलाश कर रही थी। रामगढ़ताल थाना प्रभारी चितवन कुमार ने बताया कि मंगलवार को दोनों आरोपियों की लोकेशन रामगढ़ताल क्षेत्र में मिलने पर दोपहर में उन्हें घेरकर गिरफ्तार कर लिया गया। ऑपरेटर संजीत जायसवाल बॉम्बे होटल के मालिक अजय सिंह के संपर्क में भी था।
छह और लोगों के नाम सामने आए
पुलिस के अनुसार दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद छह और लोगों के खिलाफ सबूत मिले हैं। इसमें पांच आरोपी बिचौलिए हैं। वे लड़कियों को स्थानीय और दूरदराज के होटलों में भेजते हैं। जिसमें मोहद्दीपुर और इंजीनियरिंग कॉलेज क्षेत्र के दो होटलों के मैनेजर और कर्मचारियों के नाम प्रकाश में आए हैं। पुलिस का दावा है कि उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
ऐसे हुआ वेश्यावृति गिरोह का पर्दाफाश
शाहपुर थाना क्षेत्र में गीता वाटिका के पास फ्लाई इन होटल स्थित जैनिस बॉटल रेस्टोरेंट में हुक्का बार चलाया जा रहा था। पुलिस ने जब यहां छापा मारा तो वेश्यावृत्ति का मामला प्रकाश में आया। जांच में पता चला कि फ्लाई इन होटल मैनेजर अनुराग सिंह और हुक्का बार मैनेजर अनिरुद्ध ओझा मिलकर बड़ा देह व्यापार का धंधा चला रहे थे।