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300 साल पुरानी मजार से करोड़ों रुपए की आमदनी, मगर कोई हिसाब नहीं... संभल में वक्फ प्रॉपर्टी पर अवैध कब्जे और उगाही की शिकायत

300 साल पुरानी मजार से करोड़ों रुपए की आमदनी, मगर कोई हिसाब नहीं... संभल में वक्फ प्रॉपर्टी पर अवैध कब्जे और उगाही की शिकायत

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से वक्फ की जमीन पर जबरन कब्जे का मामला सामने आया है, जिसमें कुछ भूमाफिया कब्रिस्तान की जमीन पर मिट्टी डालकर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में कब्रिस्तान समिति से जुड़े लोगों ने पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र सौंपा है। कब्रिस्तान की जमीन को भू-माफियाओं से मुक्त कराने की अपील की गई है।


सालार गाजी का मकबरा गाजीपुर के सदर कोतवाली क्षेत्र के रौजा इलाके में है। जहां हर वर्ष मेले का आयोजन किया जाता है तथा इस तीर्थ स्थल में लगभग 8 से 10 बीघा भूमि को उद्यान के रूप में समर्पित किया गया है। मकबरे और मस्जिद के अलावा यहां एक कब्रिस्तान भी है जहां सैकड़ों वर्षों से मुस्लिम समुदाय के लोगों को दफनाया जाता रहा है। वहां की कब्रें, जो लाल सीसे और चूने से बनी हैं, भी इस तथ्य की गवाही देती हैं। लेकिन अब पिछले एक सप्ताह से कुछ भू-माफिया इन कब्रिस्तानों की कब्रों को तोड़ रहे हैं।

कब्रों को तोड़ने के बाद मिट्टी डालकर उन्हें समतल करने का काम किया जा रहा है। सूचना पाकर कब्रिस्तान समिति के सदस्य जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और न्याय की मांग को लेकर पत्र सौंपा। साथ ही कब्रिस्तान को भू-माफियाओं से मुक्त कराने की अपील भी की गई है।


डीएम और एसएसपी से शिकायत
समिति के सदस्यों ने पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि भू-माफियाओं द्वारा वक्फ संख्या 119, आराजी संख्या 181, मौजा रजदेपुर देहाती गाजी मियां मस्जिद एवं कब्रिस्तान स्थित भूमि पर मिट्टी भरकर कब्जा किया जा रहा है। उनका कहना है कि उनका पूरा रिकार्ड सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ में पंजीकृत है। जिसका ब्यौरा लोगों ने डीएम को पत्र के माध्यम से दिया है।

वहीं, समिति सदस्यों ने पत्र में कहा कि समिति द्वारा संपूर्ण संपत्ति पर नजर रखी जा रही है। यह कार्य अहमद बारी खान, पुत्र स्वर्गीय नजीर खान, इनायत खान के वंशज, मोहल्ला सत्ती मस्जिद गाजीपुर व अन्य द्वारा किया जा रहा है। ये लोग वार्षिक उर्स के दौरान दरगाह पर चढ़ाया गया प्रसाद ग्रहण करते हैं तथा मृतकों को दफनाने के बाद कब्रों पर चढ़ाई गई चादरें ग्रहण करते हैं। ये लोग इससे होने वाली आय प्राप्त करने के हकदार हैं।

विभागीय मिलीभगत से बेची गई जमीन
लेकिन इन सभी लोगों ने गाजीपुर वक्फ संख्या 119 के मुजावर अहमद बारी खान और उनके बेटों ने विभाग के साथ मिलीभगत करके बिना किसी कानूनी अधिकार के गाजी मियां के मुतवल्ली की जगह पर व्यक्तिगत रूप से अपना नाम दर्ज करा लिया है और अब जमीन को बेचना शुरू कर दिया है। इसके अलावा, अब उस जमीन पर भी खरीदारों का कब्जा हो रहा है।

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