परिषदीय विद्यालयों में ब्लैक बोर्ड की जगह अब व्हाइट और ग्रीन बोर्ड, स्मार्ट क्लासरूम के साथ होगा पढ़ाई का नया दौर
प्रदेश के परिषदीय क्षेत्र के विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को सुधारने और उन्हें स्मार्ट बनाने के उद्देश्य से बड़ा बदलाव आने वाला है। अब स्कूलों में पारंपरिक ब्लैक बोर्ड की जगह व्हाइट बोर्ड और ग्रीन बोर्ड लगाए जाएंगे। यह बदलाव स्मार्ट क्लासरूम और आधुनिक पठन-पाठन प्रणाली को और बेहतर बनाने के लिए किया जा रहा है।
स्मार्ट क्लासरूम के साथ नई पहल
शिक्षा विभाग की इस पहल के तहत स्मार्ट क्लासरूम में तकनीकी उपकरणों के साथ-साथ अब आधुनिक बोर्डों का भी इस्तेमाल होगा। इससे न केवल पढ़ाई का स्तर सुधरेगा, बल्कि विद्यार्थियों की समझ में भी बढ़ोतरी होगी। व्हाइट बोर्ड और ग्रीन बोर्ड के उपयोग से शिक्षकों को भी पढ़ाने में आसानी होगी।
कंपोजिट ग्रांट के व्यय की पारदर्शिता
विद्यालयों में जारी कंपोजिट ग्रांट के उपयोग को लेकर भी पारदर्शिता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। विद्यालयों में दीवारों पर पेंट के माध्यम से ग्रांट के व्यय की जानकारी प्रदर्शित की जाएगी, ताकि सभी हितधारकों को यह पता चल सके कि धन का सही उपयोग हो रहा है या नहीं।
शिक्षा में गुणवत्ता और जवाबदेही
यह कदम शिक्षा व्यवस्था में गुणवत्ता सुधारने के साथ-साथ विद्यालयों की जवाबदेही को भी बढ़ावा देगा। इससे अभिभावकों, छात्रों और स्थानीय समुदाय को स्कूलों के कामकाज के प्रति विश्वास बढ़ेगा।

