उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में मंगलवार की सुबह एक भीषण सड़क हादसे ने सभी को दहला दिया। इस दर्दनाक हादसे में एक पुलिसकर्मी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चौकी प्रभारी समेत छह अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को तत्काल उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
ड्यूटी पर जा रही थी पुलिस टीम
मिली जानकारी के अनुसार, हादसा सिरसा बाजार इलाके में उस वक्त हुआ जब पुलिसकर्मियों की टीम ड्यूटी के सिलसिले में वाहन से रवाना हो रही थी। तभी एक तेज़ रफ्तार वाहन ने उनकी जीप को जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि पुलिस वाहन के परखच्चे उड़ गए और उसमें बैठे सभी पुलिसकर्मी इधर-उधर जाकर गिर पड़े।
मौके पर मचा हड़कंप
हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घायलों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, वहीं हादसे में गंभीर रूप से घायल एक पुलिसकर्मी को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक पुलिसकर्मी की पहचान कांस्टेबल राहुल यादव के रूप में हुई है, जो मूल रूप से आजमगढ़ जिले के रहने वाले थे।
चौकी प्रभारी की हालत गंभीर
घायलों में सिरसा चौकी प्रभारी भी शामिल हैं, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें वाराणसी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और विशेष चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। अन्य घायलों में दो सिपाही, एक होमगार्ड और वाहन चालक शामिल हैं।
पुलिस कर रही जांच
पुलिस ने मौके से क्षतिग्रस्त वाहनों को जब्त कर लिया है और हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में तेज़ रफ्तार और चालक की लापरवाही को हादसे की वजह माना जा रहा है। टक्कर मारने वाला वाहन चालक मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है। पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि फरार वाहन की पहचान की जा सके।
शोक की लहर
इस हादसे के बाद वाराणसी पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना और मृतक पुलिसकर्मी को श्रद्धांजलि दी। प्रशासन ने मृतक के परिजनों को हर संभव सहायता देने का भरोसा दिलाया है।
यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और तेज़ रफ्तार वाहनों की चुनौती पर सवाल खड़ा करता है। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी के दौरान हुई यह घटना न केवल विभाग के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि यातायात नियमों का पालन न करना किस कदर जानलेवा साबित हो सकता है।

