धर्मांतरण के मास्टरमाइंड छांगुर की राजनीति में प्रवेश की कोशिश, लाल डायरी में खुलासा
धर्मांतरण को लेकर चर्चाओं में आए छांगुर पीर की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं अब एक नया मोड़ ले चुकी हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि छांगुर सिर्फ धर्मांतरण के जरिए जनसांख्यिकीय बदलाव करने में नहीं, बल्कि अपनी राजनीतिक ताकत बढ़ाने के प्रयासों में भी था। उसने खुद को राजनीति में स्थापित करने और सत्ता तक पहुंच बनाने के लिए गहरे साजिशों को अंजाम दिया था।
पूर्व पुलिस अधिकारी को विधानसभा चुनाव में उतारने की योजना
छांगुर पीर की राजनीतिक साजिशों का खुलासा इस बात से हुआ है कि वह उतरौला निवासी एक पूर्व पुलिस अधिकारी को विधानसभा चुनाव में उतारने की योजना बना रहा था। यह कदम वह इसलिए उठा रहा था ताकि वह लोकल राजनीति में अपनी स्थिति और सत्ता मजबूत कर सके। यह खुलासा पुलिस की जांच में सामने आया है, जिसने छांगुर की राजनीतिक रणनीति को पूरी तरह से उजागर किया है।
नीतू उर्फ नसरीन की लाल डायरी का अहम खुलासा
अभी हाल ही में, नीतू उर्फ नसरीन के कमरे से एक लाल डायरी बरामद हुई, जो कई राजनीतिक कनेक्शनों का खुलासा करती है। इस डायरी में ऐसे कई नाम दर्ज हैं, जिनसे यह पता चलता है कि छांगुर ने विधानसभा चुनावों के दौरान इन राजनेताओं को मोटी रकम दी थी। यह रकम छांगुर की योजना को अंजाम देने के लिए राजनीतिक समर्थन जुटाने के उद्देश्य से दी गई थी।
राजनीतिक रसूख और साजिश
इसके अलावा, जांच में यह भी पाया गया कि छांगुर ने धर्मांतरण के जरिए अपना प्रभाव बढ़ाने के साथ-साथ राजनीतिक रसूख बनाने की कोशिश की थी। उसकी योजना थी कि वह धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के वोटों का संगठनात्मक समर्थन प्राप्त कर सके, ताकि वह लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सक्रिय हो सके।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है और छांगुर के राजनीतिक कनेक्शन को लेकर जांच की प्रक्रिया तेज कर दी है। इसके साथ ही, नीतू उर्फ नसरीन की लाल डायरी को खंगालने का सिलसिला जारी है, जिससे और भी महत्वपूर्ण सबूत मिलने की संभावना है। छांगुर के खिलाफ कार्रवाई के लिए न्यायिक प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है और इस मामले में जांच एजेंसियों की तफ्तीश भी चल रही है।

