कानपुर में जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान लाउडस्पीकर को लेकर विवाद, महंत और पुलिस में टकराव

उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में शनिवार को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान उस वक्त हंगामा हो गया जब लाउडस्पीकर की संख्या को लेकर पुलिस और पनकी हनुमान मंदिर के महंत के बीच विवाद हो गया। रथयात्रा में शामिल एक लोडर वाहन पर कई स्पीकर लगाए गए थे, जबकि प्रशासन ने केवल दो स्पीकर लगाने की अनुमति दी थी।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, रथयात्रा के लिए अनुमति के दौरान प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि ध्वनि विस्तारक यंत्रों की संख्या सीमित रहेगी। इसके बावजूद रथ के साथ चल रहे लोडर पर अनुमति से अधिक स्पीकर लगाए गए, जिसे लेकर पुलिस ने आपत्ति जताई। इसी बात पर पनकी हनुमान मंदिर के महंत और पुलिस के बीच तीखी बहस हो गई।
विवाद बढ़ा, समर्थक उतरे सड़कों पर
घटना के बाद मामला बढ़ गया और महंत के सैकड़ों समर्थक नयागंज स्थित पीपल वाली कोठी पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने प्रशासन पर धार्मिक आयोजन में बाधा डालने और श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। धरने पर बैठे लोगों ने नारेबाजी की और मांग की कि धार्मिक आयोजनों में लाउडस्पीकर की संख्या पर रोक न लगाई जाए।
प्रशासन का पक्ष
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि उन्हें ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के दिशा-निर्देशों का पालन करना होता है। लाउडस्पीकर की अधिकता से न केवल ध्वनि प्रदूषण होता है, बल्कि आसपास के रोगी, बुजुर्ग और छात्र भी प्रभावित होते हैं। इसलिए पूर्व निर्धारित नियमों का पालन कराना अनिवार्य था।
स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में
हालांकि कुछ देर तक माहौल तनावपूर्ण रहा, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद मामला शांत कराया गया। स्थानीय पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बात कर धरना समाप्त कराया और आश्वासन दिया कि धार्मिक आयोजनों में सभी पक्षों को विश्वास में लेकर कार्य किया जाएगा।