हत्या को हादसा दिखाने की साजिश, SDM के पैरों में गिरी तिलक की पत्नी, पूरी कहानी

मथुरा के फरह थाना क्षेत्र के पिलुआ सादिकपुर के नगला बंजारा में रविवार रात दो भाइयों की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मंगलवार को 36 घंटे बाद दोनों भाइयों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीण अपने रिश्तेदारों की हत्या से नाराज हैं। इस वजह से गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। गांव में तीन थानों की फोर्स के साथ पीएसी के जवान भी तैनात कर दिए गए हैं।
गोवर्धन के मोटा परिक्रमा निवासी बच्चन सिंह के बेटे तिलक सिंह (35) और विनोद (33) रविवार रात फरह थाना क्षेत्र के पिलुआ सादिकपुर के नगला बंजारा स्थित अपने पैतृक गांव आए थे। आरोप है कि यहां बिजली लगाने को लेकर उनका ग्राम प्रधान तारा चंद से फोन पर विवाद हो गया था।
भाइयों की पीट-पीटकर हत्या
आरोप है कि जब गांव के सरपंच ने दोनों को जान से मारने की धमकी दी तो दोनों भाई रविवार रात बाइक पर सवार होकर गोवर्धन जाने के लिए निकले, लेकिन रास्ते में गांव के सरपंच और उसके साथियों ने दोनों भाइयों को घेर लिया। दोनों को इतनी बेरहमी से पीटा गया कि एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
शुरुआत में पुलिस का मानना था कि दोनों युवकों की मौत एक दुर्घटना थी, लेकिन पिता की शिकायत के आधार पर गांव के सरपंच और उसके आधा दर्जन साथियों को हत्या के मामले में नामजद किया गया। मंगलवार सुबह मृतक के घर पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। परिवार ने हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद ही दोनों भाइयों का अंतिम संस्कार करने पर जोर दिया। लोगों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। हंगामे को देखते हुए रिफाइनरी सीओ श्वेता वर्मा, फरह, रिफाइनरी, यमुनापार व पीएसी के एक प्लाटून जवान गांव में तैनात रहे।
अंतिम संस्कार 36 घंटे बाद किया गया।
पुलिस ने पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आरोपियों को चार दिन के भीतर गिरफ्तार कर लिया जाएगा, जिसके बाद परिजनों ने 36 घंटे बाद दोनों भाइयों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। लक्खी शाह रिवोल्यूशनरी पार्टी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष मनोज राजपूत भी गांव पहुंचे. उन्होंने एक सप्ताह के भीतर हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर डीएम कार्यालय पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की।