सीओ ऋषिका सिंह ने कांवड़ियों के पैर दबाए, कहा- ड्यूटी के साथ ये मेरा फर्ज
उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन ने कड़े इंतज़ाम किए हैं। कांवड़ यात्रा को लेकर अधिकारी अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहे हैं। इसी सुरक्षा व्यवस्था और ड्यूटी के बीच श्रद्धा की एक तस्वीर भी सामने आई है, जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। तस्वीरों में मुज़फ़्फ़रनगर की एक महिला पुलिस अधिकारी महिला कांवड़ियों के पैर दबाती नज़र आ रही हैं। अपनी ड्यूटी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ-साथ आस्था और सेवा की मिसाल पेश करने वाली इस पुलिस अधिकारी की हर तरफ़ से तारीफ़ हो रही है। महिला पुलिस अधिकारियों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी वीडियो शेयर कर महिला अधिकारी की तारीफ़ की।
कौन हैं ये महिला पुलिस अधिकारी?
सेवा का भाव अच्छा है अगर उसके पीछे का भाव अच्छा है। pic.twitter.com/SarHjnRZ8w
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 18, 2025
जिस महिला पुलिस अधिकारी की तस्वीरें वायरल हुई हैं, वह मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के फुगाना की सीओ हैं। उनका नाम ऋषिका सिंह है। वह एक डीएसपी हैं, जिन्हें फुगाना का सर्किल ऑफिसर नियुक्त किया गया है। एनडीटीवी ने जब उनसे वीडियो के बारे में बात की, तो उन्होंने बताया कि वह गुरुवार रात ड्यूटी के दौरान मुजफ्फरनगर शामली बॉर्डर पर लगे कांवड़िया सेवा शिविर में पहुँची थीं। वहाँ उन्होंने देखा कि कुछ महिला शिवभक्त कांवड़ियों के पैदल चलने से परेशान थीं। उनके पैरों में बहुत दर्द हो रहा था। ऐसे में, वह उनके साथ नहीं रुकीं और सेवा में शामिल हो गईं।
लखनऊ में बीता बचपन, डीयू से की पढ़ाई
ऋषिका का बचपन लखनऊ में बीता। उनकी स्कूली शिक्षा लखनऊ से हुई। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आईं, जहाँ उन्होंने दौलत राम कॉलेज से बीए ऑनर्स किया। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
यूपीपीएससी परीक्षा के बाद डीएसपी बनीं
ऋषिका सिंह यूपीपीएससी परीक्षा पूरी करने के बाद पुलिस सेवा में शामिल हुई हैं। उन्होंने वर्ष 2022 में सफलता हासिल की। 80वीं रैंक हासिल करने के बाद उन्हें डीएसपी का पद मिला। पहली बार उन्होंने 2019 में पीसीएस परीक्षा दी, लेकिन असफल रहीं। वर्ष 2020 में वह इंटरव्यू में असफल रहीं, जबकि 2021 में वह इंटरव्यू तक पहुँचने में सफल रहीं। अंततः 2022 में उन्हें सफलता का स्वाद चखने को मिला।
सीओ फुगाना, ऋषिका सिंह
शिवभक्त महिलाओं की पीड़ा देखकर महिला पुलिस अधिकारी ऋषिका सिंह खुद को रोक नहीं पाईं और सेवा शिविर में ही शिवभक्तों के पैर दबाने लगीं। इसी दौरान किसी ने इस पूरे घटनाक्रम को अपने मोबाइल में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। यह वीडियो कुछ ही घंटों में वायरल हो गया। वीडियो देखकर हर कोई इस महिला अधिकारी की सराहना कर रहा है।

