यमुना बैंक पार्क का गेट गिरने से 11वीं की छात्रा की मौत, परिजनों ने ठेकेदार और नगर निगम पर लगाया लापरवाही का आरोप

प्रयागराज के कीडगंज थाना क्षेत्र से बुधवार सुबह एक दर्दनाक और बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां सुबह की सैर पर निकली एक स्कूली छात्रा की जान लापरवाही की भेंट चढ़ गई। यमुना बैंक पार्क में टहलने गई 17 वर्षीय छात्रा अमान्या गुप्ता के सिर पर अचानक पार्क का मुख्य गेट गिर पड़ा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे तत्काल एसआरएन अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतका की पहचान कीडगंज निवासी उमेश चंद्र गुप्ता की सबसे छोटी बेटी अमान्या गुप्ता के रूप में हुई है। उमेश चंद्र गुप्ता नगर निगम में सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। अमान्या अपने माता-पिता की चार बेटियों में सबसे छोटी और सबसे प्रिय थी। वह इस समय 11वीं कक्षा में पढ़ रही थी और बुधवार की सुबह अपनी दो बड़ी बहनों के साथ यमुना बैंक पार्क में सैर के लिए गई थी। इसी दौरान यह दिल दहला देने वाला हादसा हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब तीनों बहनें पार्क में प्रवेश कर रही थीं, उसी वक्त अचानक जर्जर और ढीला पड़ा पार्क का मुख्य गेट भरभरा कर गिर पड़ा। दुर्भाग्य से गेट सीधा अमान्या के सिर पर गिरा, जिससे वह गेट के नीचे दब गई। बहनों की चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोग दौड़े और घायल छात्रा को किसी तरह बाहर निकाला गया। पुलिस को सूचना देने के साथ-साथ परिजनों को भी सूचित किया गया, जिन्होंने आनन-फानन में छात्रा को एसआरएन अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हृदयविदारक हादसे के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया है। मृतका के पिता उमेश चंद्र गुप्ता ने पार्क निर्माण से जुड़े ठेकेदार और नगर निगम के अधिकारियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कीडगंज थाने में तहरीर दी है। उन्होंने कहा कि पार्क में लगाए गए गेट की स्थिति लंबे समय से खराब थी, लेकिन इसके रख-रखाव और मरम्मत के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। यह लापरवाही उनकी बेटी की जान ले गई।
कीडगंज पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह मामला घोर लापरवाही का है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं नगर निगम के अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और वादा किया है कि लापरवाह कर्मचारियों और ठेकेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।
यह घटना एक बार फिर सरकारी लापरवाही और खराब रखरखाव की पोल खोलती है, जिसमें आम नागरिकों की जान तक चली जाती है। अमान्या जैसी होनहार छात्रा की असमय मौत ने न सिर्फ उसके परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है, बल्कि पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।