जलेसर में लगातार दूसरे दिन टकाराव, दो घंटे तक पथराव, देखते रही पुलिस, अब ये हैं क्षेत्र में हालात
एटा के जलेसर कस्बे में सोमवार को दलित युवक की गोली मारकर हत्या के बाद हुए बवाल के अगले दिन उस समय स्थिति और बिगड़ गई जब क्षेत्र के मोहनपुर गांव में कल्याण सिंह की प्रतिमा तोड़ दी गई। दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और पुलिस पर पथराव करते रहे। यह लगभग दो घंटे तक जारी रहा। सौभाग्य से पुलिस ने स्थिति को समझदारी से संभाला और बड़ा हंगामा टल गया।
सोमवार को अंबेडकर जयंती की रात मोहनपुर गांव में यह प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी गई। लोगों को इसकी जानकारी भी हुई, लेकिन रात होने के कारण मामला शांत रहा। मंगलवार सुबह मामला और गंभीर हो गया। जब लोधी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रभावशाली लोगों ने लोगों की भावनाओं को भड़काकर विरोध किया तो लोग हिंसक हो गए। आरोप सीधे दलित समुदाय पर था, इसलिए हमलावर उनकी बस्ती में घुस आए। इन लोगों ने यह भी कहा कि अगर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है तो ऐसी स्थिति में वे अपने समुदाय के नेता के अपमान का बदला खुद लेंगे।
दोपहर करीब एक बजे दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हुआ। उल्लेखनीय है कि उस समय गांव में पुलिस भी तैनात थी, लेकिन संख्या कम होने के कारण वे भीड़ और पथराव के आगे असहाय थी। फोर्स बुलाने की सूचना दी गई। इस बीच दोनों पक्षों के बीच करीब दो घंटे तक पथराव होता रहा। हालांकि इसमें किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है। बाद में फोर्स व अफसरों के पहुंचने के बाद मामला पूरी तरह शांत हो सका। पुलिस ने मूर्ति को नुकसान पहुंचाने के सिलसिले में कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है।