सर्वाइकल कैंसर अब पुरुषों के लिए भी खतरे की घंटी, हर चौथा पुरुष एचपीवी वायरस से संक्रमित: डॉ. आशुतोष वर्मा
अब तक महिलाओं से जुड़ी मानी जाने वाली सर्वाइकल कैंसर की बीमारी पुरुषों के लिए भी गंभीर खतरा बनती जा रही है। बदलती जीवनशैली, असुरक्षित यौन संबंध और कम जागरूकता के चलते पुरुषों में ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह चौंकाने वाली जानकारी लखनऊ एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के उपाध्यक्ष डॉ. आशुतोष वर्मा ने दी।
डॉ. वर्मा गोमतीनगर स्थित होटल ताज में आयोजित ‘कॉन्क्योर एचपीवी एंड कैंसर कॉन्क्लेव’ में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया गया था।
26 प्रतिशत केस पुरुषों के
डॉ. वर्मा ने कहा,
"भारत में सर्वाइकल कैंसर के कुल मामलों में से लगभग 26 प्रतिशत पुरुष भी एचपीवी संक्रमण से प्रभावित हैं। यानी हर चौथा पुरुष इस जानलेवा वायरस की चपेट में है।"
उन्होंने यह भी बताया कि अब तक यह बीमारी केवल महिलाओं से जुड़ी समझी जाती थी, लेकिन पुरुषों में भी यह वायरस गले, मुंह, गुदा और जननांगों के कैंसर की वजह बन सकता है।
क्यों बढ़ रहा है खतरा?
विशेषज्ञों के मुताबिक:
-
असुरक्षित यौन संबंध
-
यौन शिक्षा की कमी
-
टीकाकरण की अनदेखी
-
धूम्रपान और शराब का सेवन
इन कारणों से पुरुषों में एचपीवी संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
समाधान क्या है?
डॉ. वर्मा ने एचपीवी वैक्सीन को सभी के लिए अनिवार्य करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि अगर लड़कों और पुरुषों को भी किशोरावस्था में टीका लगाया जाए, तो कैंसर के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
मुख्य बातें:
-
सर्वाइकल कैंसर अब सिर्फ महिलाओं तक सीमित नहीं।
-
भारत में 26% मामलों में पुरुष भी संक्रमित।
-
हर चौथा पुरुष एचपीवी से ग्रसित होने की आशंका।
-
जीवनशैली और असुरक्षित यौन व्यवहार बना बड़ा कारण।
-
डॉक्टरों ने एचपीवी वैक्सीन को जरूरी बताया।

