"विकसित भारत के लक्ष्य में मध्य क्षेत्रीय परिषद की अहम भूमिका" — काशी में अमित शाह ने गिनाई उपलब्धियां

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को काशी (वाराणसी) में आयोजित मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि
"2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने में इस परिषद से जुड़े राज्यों की भूमिका निर्णायक होगी।"
आपसी सामंजस्य की मिसाल
अमित शाह ने यह भी कहा कि मध्य क्षेत्रीय परिषद ही देश की एकमात्र ऐसी परिषद है, जहां सदस्य राज्यों के बीच किसी प्रकार की समस्या नहीं है।
"यह आपसी सहयोग और समन्वय का जीवंत उदाहरण है, और अपने आप में बड़ी उपलब्धि भी," उन्होंने कहा।
अब तक सुलझे 1,287 मसले
केंद्रीय गृह मंत्री ने जानकारी दी कि अब तक परिषद की बैठकों में 1,287 मुद्दों का समाधान किया जा चुका है, जो इतिहास में एक उत्साहवर्धक और रचनात्मक संकेत है। यह परिषद विकास, कानून-व्यवस्था, बुनियादी ढांचे और नीति-निर्माण में अहम योगदान दे रही है।
क्या है मध्य क्षेत्रीय परिषद?
यह परिषद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के लिए बनी है, जो क्षेत्रीय समन्वय, विकास और विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान हेतु कार्य करती है।
बैठक में हुईं ये चर्चाएं:
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राज्य व केंद्र सरकारों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर
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सीमावर्ती विकास योजनाओं की समीक्षा
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आंतरिक सुरक्षा, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कार्रवाई और पुलिस समन्वय पर चर्चा