सीबीआई की एंटी करप्शन टीम का छापा, फर्जी डिग्री मामले में प्राइमरी शिक्षक के घर पर की जांच

फर्जी डिग्री प्रकरण की जांच में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की एंटी करप्शन टीम ने बुधवार को अयोध्या के रीडगंज क्षेत्र में स्थित एक प्राइमरी शिक्षक के घर पर छापा मारा। छापेमारी की यह कार्रवाई दिल्ली से आए उच्चाधिकारियों के निर्देश पर की गई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, यह मामला बी.फार्मा (B.Pharma) की फर्जी डिग्री से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि उक्त शिक्षक ने बीफार्मा की फर्जी डिग्री का इस्तेमाल कर न केवल नियुक्ति पाई, बल्कि वर्षों से सरकारी सेवा में बना हुआ था।
CBI को जैसे ही इस मामले की जानकारी मिली, उन्होंने इसकी गंभीरता से जांच शुरू की और दस्तावेजों की सत्यता की पुष्टि के लिए सीधे मौके पर छापा मारा।
घर से मिले कई अहम दस्तावेज
छापेमारी के दौरान सीबीआई टीम को कई संदिग्ध शैक्षणिक प्रमाणपत्र, मार्कशीट और अन्य दस्तावेज मिले हैं। टीम ने इन्हें अपने कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। इसके अलावा शिक्षक से लंबी पूछताछ भी की गई है और उसके बैंक अकाउंट, संपत्ति विवरण और नौकरी में दस्तावेजों की प्रक्रिया की भी जांच की जा रही है।
दिल्ली मुख्यालय से आई थी टीम
जांच में शामिल अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय के निर्देश पर की गई। प्रारंभिक जांच के बाद आशंका जताई जा रही है कि यह मामला व्यापक फर्जीवाड़े का हिस्सा हो सकता है, जिसमें अन्य राज्यों के लोग भी शामिल हो सकते हैं।
स्थानीय प्रशासन रहा सतर्क
छापेमारी के दौरान स्थानीय पुलिस भी सीबीआई टीम के साथ मौजूद रही। प्रशासन ने आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्कता बरती गई।
नौकरी पर खतरे के बादल
अब यह शिक्षक कठोर कार्रवाई के घेरे में आ गया है। यदि दस्तावेज फर्जी साबित होते हैं, तो न केवल उसकी सरकारी नौकरी समाप्त की जा सकती है, बल्कि उसके खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है।