बुलंदशहर में कांवड़ यात्रा और मोहर्रम को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

आगामी कांवड़ यात्रा और मोहर्रम के मद्देनजर बुलंदशहर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। दोनों पर्वों को शांति और सौहार्द के साथ सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं और व्यापक स्तर पर व्यवस्थाओं की तैयारी शुरू कर दी गई है।
जिला प्रशासन ने इन त्योहारों को ध्यान में रखते हुए सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने और आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं। खासतौर पर संवेदनशील इलाकों में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है और ड्रोन कैमरों के ज़रिए भी निगरानी की योजना बनाई गई है।
दिशा-निर्देशों से कराया गया अवगत
प्रशासन ने त्योहारों से पहले शांति समिति की बैठकें आयोजित कर आम जनता, धार्मिक संगठनों और समुदायों को सरकार द्वारा तय दिशा-निर्देशों की जानकारी दी है। इस दौरान सभी से अपील की गई कि वे आपसी सद्भाव बनाए रखें और किसी भी अफवाह या भड़काऊ संदेश से बचें।
प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि "हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह समाज में शांति और भाईचारे की भावना को बनाए रखे और पर्वों को मिलजुलकर मनाए।" इसके लिए स्थानीय स्तर पर पुलिस बल, होमगार्ड, पीएसी और सिविल डिफेंस की टीमों को तैनात किया जा रहा है।
संवेदनशील इलाकों पर विशेष नजर
बुलंदशहर के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती, सीसीटीवी कैमरे, और गश्त बढ़ाने की योजना बनाई गई है। प्रशासन ने यह भी कहा है कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी और जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
मेडिकल और आपात सेवाएं भी रहेंगी तैयार
यात्रा और जुलूस के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग को भी सतर्क कर दिया गया है। एंबुलेंस, फर्स्ट एड किट और चिकित्सकों की टीम को स्टैंडबाय पर रखा गया है। साथ ही नगर निगम को साफ-सफाई और रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।