बिकरू कांड में घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए मिले पैसे लौटाने का नोटिस, पुलिसकर्मी हैरान

बिकरू कांड में गंभीर रूप से घायल हुए पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए शासन से मिले 6.5-6.5 लाख रुपये अब वापस लौटाने का नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में लिखा गया है कि 15 दिन के भीतर रकम लौटाएं, अन्यथा वेतन से हर माह 20 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। इस आदेश से घायल पुलिसकर्मी हैरान और आहत हैं।
📑 क्या है मामला?
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2 जुलाई 2020 को बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस टीम पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे और कई घायल हो गए थे।
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घायल पुलिसकर्मियों के इलाज के लिए शासन की ओर से उन्हें 6.5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी गई थी।
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अब उन्हें इस रकम को सरकारी सहायता के बजाय अग्रिम भुगतान (loan) मानते हुए वापस लौटाने का फरमान सुनाया गया है।
📣 पुलिसकर्मियों की प्रतिक्रिया
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नोटिस मिलने के बाद घायल पुलिसकर्मी सदमे में हैं।
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उन्होंने अपर पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) विनोद कुमार सिंह से मुलाकात कर इस फैसले को वापस लेने की मांग की है।
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उनका कहना है कि यह न केवल अन्याय है बल्कि मानसिक पीड़ा भी है, क्योंकि यह राशि उन्हें इलाज के लिए दी गई थी, न कि कर्ज के रूप में।
🗣 अफसरों से अपील
पुलिसकर्मियों ने अफसरों से अपील की है कि:
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राशि माफ की जाए या बतौर सहायता ही दर्ज की जाए
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जो पीड़ित हैं, उनसे वसूली न की जाए
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इस तरह का आदेश न केवल अनुचित है, बल्कि उनकी सेवा भावना पर भी प्रश्नचिह्न लगाता है
🔍 आगे क्या?
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अब निगाहें पुलिस मुख्यालय और शासन के अगले कदम पर टिकी हैं।
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क्या शासन इस वसूली आदेश को वापस लेगा या फिर इसे लागू करेगा, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।