Samachar Nama
×

बरेली में सावन के पहले सोमवार पर शिवभक्ति का उत्सव, अलखनाथ मंदिर में कांवड़ियों का उमड़ा सैलाब

बरेली में सावन के पहले सोमवार पर शिवभक्ति का उत्सव, अलखनाथ मंदिर में कांवड़ियों का उमड़ा सैलाब

सावन के पहले सोमवार पर बरेली शिवभक्ति के रंग में रंग गया। भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए रविवार शाम से ही कांवड़ियों के जत्थे बरेली की ओर आने लगे। ये श्रद्धालु कछला और हरिद्वार से गंगाजल लाकर भोलेनाथ को अर्पित करने के उद्देश्य से सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा तय कर रहे थे।

जैसे ही रात का अंधेरा गहराया, वैसे ही बरेली की सड़कों पर कांवड़ियों की हर-हर महादेव और बम-बम भोले की गूंज सुनाई देने लगी। आधी रात के बाद कांवड़िए शहर में प्रवेश करते ही सीधे अलखनाथ मंदिर की ओर बढ़े और वहां भोलेनाथ का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। यह बरेली का प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां हर वर्ष सावन में हजारों शिवभक्त दर्शन के लिए आते हैं।

मंदिर के महंत कालू गिरि महाराज ने बताया कि इस बार भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर में आने और जाने के लिए अलग-अलग रास्ते निर्धारित किए गए हैं, ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे और किसी को असुविधा न हो।

सोमवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें मंदिर के बाहर लग गईं। लोग हाथों में गंगाजल की कांवड़, माथे पर त्रिपुंड और ओम् लिखी पट्टियां बांधकर पूरी आस्था के साथ शिवधुन में मग्न दिखाई दिए। मंदिर परिसर पूरे दिन शिव भजनों, घंटियों की आवाज और जयकारों से गुंजायमान रहा।

सावन के पहले सोमवार का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। मान्यता है कि इस दिन जलाभिषेक करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

प्रशासन और मंदिर समिति की ओर से सुरक्षा, स्वच्छता और जलपान आदि की व्यवस्था की गई थी। पुलिस बल भी मंदिर परिसर और मार्गों पर तैनात रहा, ताकि कोई अव्यवस्था न हो।

बरेली में सावन के पहले सोमवार को शिवभक्तों की आस्था और श्रद्धा का अद्वितीय संगम देखने को मिला। भक्तों की भक्ति और बाबा अलखनाथ की कृपा के साथ पूरा शहर शिवमय हो गया, और आने वाले सोमवारों के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह और भी अधिक देखने को मिल रहा है।

Share this story

Tags