आजम खां से मुलाकात के बाद पत्नी तजीन फात्मा का दर्द छलका, कहा- अब किसी से उम्मीद नहीं, सिर्फ अल्लाह से भरोसा

सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और राष्ट्रीय महासचिव आजम खां से मुलाकात के बाद उनकी पत्नी और पूर्व सांसद डॉ. तजीन फात्मा का बयान सियासी हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। तजीन फात्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि "अब उन्हें किसी से कोई उम्मीद नहीं है, सिर्फ अल्लाह पर भरोसा है।" उनके इस बयान को समाजवादी पार्टी और उसके नेतृत्व के प्रति नाराजगी के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।
मुलाकात के बाद छलका दर्द
रविवार को सीतापुर जेल में पति से मिलने के बाद बाहर निकलीं तजीन फात्मा visibly भावुक नजर आईं। पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने कहा:
"अब किसी इंसान से कोई उम्मीद नहीं बची है। हमें सिर्फ अल्लाह पर भरोसा है।"
इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, खासकर समाजवादी पार्टी के भीतर और समर्थकों के बीच, क्योंकि आजम खां को पार्टी का मजबूत मुसलमान चेहरा माना जाता रहा है।
नाराजगी के कई संकेत
आजम खां और उनके परिवार का बीते कुछ वर्षों में लगातार कानूनी मामलों में उलझे रहना, और पार्टी नेतृत्व की ओर से अपेक्षित समर्थन न मिलने को लेकर पुराने सहयोगियों के बीच असंतोष की चर्चाएं पहले भी उठ चुकी हैं। तजीन फात्मा का यह बयान उन आशंकाओं को और बल देता है कि अब परिवार का समाजवादी पार्टी से मन हटने लगा है।
पहले भी जताई थी खामोश नाराजगी
यह पहली बार नहीं है जब तजीन फात्मा ने अपनी पीड़ा जाहिर की है। इससे पहले भी वह कई बार मीडिया से दूरी बनाए रखती रही हैं और पार्टी कार्यक्रमों से गायब रहीं। आजम खां भी जेल से बाहर रहने के दौरान पार्टी की बड़ी बैठकों से दूर रहे थे।
सपा नेतृत्व पर उठ रहे सवाल
तजीन फात्मा के बयान के बाद अब एक बार फिर समाजवादी पार्टी नेतृत्व की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं कि क्या पार्टी ने अपने सबसे पुराने और वफादार नेता आजम खां के लिए पर्याप्त प्रयास किए हैं? और क्या इस दूरी के पीछे कोई राजनीतिक रणनीति या अंतरविरोध छिपा है?