डीटू गैंग के हिस्ट्रीशीटर सबलू पर हमला, जेल में बंद शाहिद पिच्चा ने रची थी गोलीकांड की साजिश, बदले की आग में सुलगी वारदात

डीटू गैंग से जुड़े हिस्ट्रीशीटर एजाजुद्दीन उर्फ सबलू पर हुए हमले की गुत्थी धीरे-धीरे सुलझती नजर आ रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस गोलीकांड की साजिश जेल में बंद कुख्यात अपराधी शाहिद पिच्चा ने रची थी।
शाहिद को पुलिस ने सबलू की मुखबिरी के आधार पर गिरफ्तार किया था, और इसी कारण बदला लेने की नीयत से उसने सबलू की हत्या की योजना बनाई।
परिवार को पहले ही कर दिया गया था सुरक्षित
जांच में खुलासा हुआ है कि इस वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपितों ने अपने-अपने परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भिजवा दिया था, जिससे किसी भी तरह की पुलिस कार्रवाई से उन्हें बचाया जा सके।
इससे साफ है कि हमले की योजना बेहद सुनियोजित और सोच-समझकर बनाई गई थी, जिसमें हर पहलू का ध्यान रखा गया।
हमले के बाद आरोपित फरार, घरों में ताले
घटना के बाद जब पुलिस ने देर रात सभी संभावित आरोपितों के घरों पर दबिश दी, तो वहां ताले लटकते मिले। इससे स्पष्ट हो गया कि आरोपित पहले से ही फरार होने की तैयारी में थे, और हमले के तुरंत बाद गायब हो गए।
पुलिस कर रही है आरोपितों की तलाश
पुलिस की कई टीमें अब फरार आरोपितों की तलाश में जुट गई हैं। संभावित ठिकानों की निगरानी की जा रही है और मोबाइल सर्विलांस तथा सीसीटीवी फुटेज की मदद से उनकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है।
गैंगवार की आशंका बढ़ी
इस हमले के बाद क्षेत्र में गैंगवार की आशंका भी गहराने लगी है। डीटू गैंग के सबलू पर हुआ हमला केवल आपसी रंजिश नहीं, बल्कि गैंग के अंदर की पुरानी दुश्मनी और सत्ता की लड़ाई का संकेत भी माना जा रहा है। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और गैंग से जुड़े अन्य अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
सबलू और शाहिद जैसे अपराधियों के बीच का यह टकराव पुलिस प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। एक ओर जहां जेल में बंद अपराधी साजिशें रच रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बाहर उनके साथी उन्हें अंजाम तक पहुंचा रहे हैं।