
एटीएस और पल्लवपुरम पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में रैपिड स्टेशन के पास एक बड़ी सफलता मिली है। नगली आजड़ निवासी आर्मी सिपाही राहुल को AK-47 के कारतूस बेचते हुए पकड़ लिया गया है। पुलिस ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए सिपाही के खिलाफ पल्लवपुरम थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
गिरफ्तारी की जानकारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, राहुल नामक आर्मी सिपाही को रैपिड स्टेशन के पास एटीएस और पल्लवपुरम पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा। वह AK-47 राइफल के कारतूस बेचने की कोशिश कर रहा था। इसके साथ ही पुलिस ने कारतूस बरामद कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मामले की गंभीरता
AK-47 जैसे भारी हथियारों के कारतूसों की तस्करी एक गंभीर सुरक्षा खतरा है। ऐसे हथियार आतंकवादियों और अपराधियों के हाथ लगने पर बड़े हादसे हो सकते हैं। इसलिए सेना में होने के बावजूद राहुल जैसे व्यक्ति का इस तरह के अवैध व्यापार में लिप्त होना बेहद चिंताजनक है।
पुलिस की कार्रवाई
एटीएस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच तेज कर दी है। पुलिस ने आरोपी से इस अवैध हथियार तस्करी के नेटवर्क की जानकारी लेने के लिए पूछताछ शुरू कर दी है। साथ ही अन्य संभावित आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास जारी हैं।
सुरक्षा एजेंसियों के लिए चेतावनी
यह घटना सुरक्षा एजेंसाओं के लिए चेतावनी है कि आंतरिक स्तर पर भी ऐसे खतरे मौजूद हैं। इससे यह आवश्यक हो जाता है कि सेना और पुलिस अपने कर्मियों की पृष्ठभूमि की जांच और निगरानी और भी कड़ाई से करें, ताकि हथियारों की तस्करी और अवैध कारोबार को रोका जा सके।
आगे की जांच जारी
पुलिस अब राहुल के नेटवर्क और इस अवैध गतिविधि में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने के लिए गहन जांच कर रही है। इस मामले की विस्तृत जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।
यह गिरफ्तारी अवैध हथियारों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कामयाबी मानी जा रही है और इसे सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है।