
उत्तर प्रदेश में मानसून के आगमन से पहले मौसम ने करवट ली है। प्रदेश के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ बादल छाए हुए हैं। हालांकि, इस प्राकृतिक बदलाव के बीच कई जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं भी हुई हैं, जिससे भारी जनहानि हुई है।
35 लोगों की मौत, 29 आकाशीय बिजली से
मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं की वजह से 35 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 29 मौतें सीधे आकाशीय बिजली गिरने की चपेट में आने से हुई हैं। ये घटनाएं खासकर ग्रामीण इलाकों में हुई हैं, जहां लोग बारिश और तेज हवा से बचने के लिए खुले में रहते थे।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी की है कि मानसून आने से पहले प्रदेश में तेज हवाओं के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं और बढ़ सकती हैं। उन्होंने कहा है कि लोगों को बाहर जाने से बचना चाहिए, खासकर बारिश और तूफान के समय। किसानों और ग्रामीणों को विशेष सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
खतरे को लेकर जागरूकता की जरूरत
आकाशीय बिजली के कारण होने वाली मौतों को देखते हुए प्रशासन और मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। खुले मैदानों में या पेड़ों के नीचे रहना बेहद खतरनाक हो सकता है। साथ ही मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी आकाशीय बिजली गिरने के दौरान सुरक्षित नहीं माना जाता।
राहत और बचाव कार्य जारी
प्रदेश के विभिन्न जिलों में आपदा प्रबंधन टीम सक्रिय हो गई है। घायल लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेजी से जारी है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को वित्तीय मदद देने का आश्वासन भी दिया है।
भविष्य की संभावनाएं
मौसम विभाग ने 19 जून से 21 जून के बीच प्रदेश में भारी बारिश और तूफानी हवाओं की संभावना जताई है। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं, जिससे सतर्कता बेहद जरूरी हो जाती